फिश एक्वेरियम को रखने का प्रचलन आज के समय में काफी तेजी से बढ़ रहा है। कुछ लोग इसे घर पर रखते हैं तो कुछ लोग इसे ऑफिस में रखना पसंद करते हैं। वैसे ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल सजावट के लिए करते हैं, जिसके कारण वह कोई भी दिशा में एक्वेरियम रख देते हैं। लेकिन ये बिल्कुल गलत है क्योंकि वास्तु के नियमों के अनुसार गलत जगह पर इसे रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। सिर्फ यही नहीं बल्कि एक्वेरियम घर की सुंदरता को तो बढ़ाता ही है लेकिन ये व्यक्ति की सेहत और घर की स्थिति पर भी प्रभाव डालता है। ऐसे में इसका सही जगह पर होना हमारे जीवन में खुशहाली ला सकता है। इसी के साथ चलिए अब हम जानते हैं फिश एक्वेरियम को रखने के कुछ वास्तु के नियमों के बारे -
घर में एक्वेरियम रखने की सही दिशा
बड़े एक्वेरियम को हमेशा पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। छोटे आकार के एक्वेरियम के लिए पूर्व, उत्तर और उत्तर पूर्व दिशा सबसे अच्छी मानी जाती है। ध्यान रहें कि एक्वेरियम को कभी भी बेडरुम या किचन में न रखें। इन स्थानों पर एक्वेरियम रखना अशुभ माना जाता है। अगर आप घर के झगड़ों से मुक्ति पाना चाहते है तो एक्वेरियम को मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही बाईं तरफ रखें।
एक्वेरियम को रखने के लाभ
फिश एक्वेरियम को घर में रखने से तनाव और चिंता कम होती है और घर का वातावरण शांत होता है। मान्यता यह है कि मछलियां धन और वित्तीय लाभ को आकर्षित करती है। एक्वेरियम में घूमने वाली मछलियां घर में सकारात्मक वाइब्स फैलाती है।
इतनी हो मछलियों की संख्या
घर में समृद्धि बढ़ती है लेकिन 3 मछलियां रखना शुभ नहीं होता। सकारात्मक ऊर्जा के लिए फिश एक्वेरियम में मछलियों की संख्या 9 होनी चाहिए। इस बात का ध्यान जरुर रखें कि मछलियों को तैरने के लिए टैंक में पर्याप्त स्थान हो, कभी भी कम क्षमता की जगह वाला एक्वेरियम घर में न रखें। यदि घर में बड़ा टैंक रखने की जगह नहीं है तो आप 5 मछलियां भी रख सकते है।
कौन-सी मछलियां रखना है शुभ?
एक्वेरियम में मुख्य रूप से गोल्ड फिश, फ्लावर हॉर्न, एंजिल फिश, ड्रैगन फिश रखना शुभ माना जाता है। इनमें से गोल्ड फिश को सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है और यदि आप संख्या की बात करें तो 8 गोल्ड फिश के साथ आप 1 काली मछली रख सकती हैं। ये मछलियां घर में शुभता का प्रतीक मानी जाती हैं।
फिश एक्वेरियम में हो इस रंग की मछलियां
घर में कुछ निश्चित रंगों की मछली रखना ज्यादा शुभ माना जाता है। सफेद या सुनहरे रंग की मछली सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती हैं। नीला, काला या ग्रे जैसे गहरे रंग की मछलियां नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करके शुभता का संकेत देती है। लाल रंग की मछलियां घर में सौभाग्य को बढ़ावा देती हैं। इसके साथ इस बात का ध्यान रखें के एक्वेरियम के पानी को समय- समय पर बदलते रहें क्योंकि ऐसा न करने से नकारात्मक उर्जा बढ़ती है।
क्या संकेत देता है मछली का मर जाना?
अगर एक्वेरियम में रखी मछली मर जाती है तो उसे तुरंत निकाल कर नदी में बहा देना चाहिए। फेंगशुई के अनुसार, अगर कोई मछली मर जाती है तो वह अपने साथ नकारात्मक शक्तियों के लेकर चली जाती है।