नारी डेस्क: लॉस एंजिल्स के रिहायशी इलाके में फैली जंगल की आग ने भारी तबाही मचाई है। इस आग की चपेट में कई घर आ गए हैं, जिनमें से एक 300 करोड़ रुपये (35 मिलियन डॉलर) का शानदार हवेलीनुमा घर भी जलकर राख हो गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
क्या है मामला?
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में जंगल की आग ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। इस आग ने न सिर्फ जंगलों, बल्कि रिहायशी इलाकों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। आग की वजह से अब तक 1200 से ज्यादा घर जलकर राख हो चुके हैं। इनमें एक आलीशान घर भी शामिल है, जिसकी कीमत करीब 300 करोड़ रुपये थी। यह घर अमेरिका की एक प्रमुख रियल एस्टेट वेबसाइट पर बिक्री के लिए लिस्टेड था।
वीडियो में देखा जा सकता है कि यह आलीशान घर चारों ओर ऊंची दीवारों से घिरा हुआ था, लेकिन आग की तेज लपटों से इसे बचाया नहीं जा सका। इस भयंकर आग के कारण आसपास का पूरा इलाका तबाह हो गया।
आग से हुई तबाही का आंकड़ा
कुल प्रभावित क्षेत्र: आग ने करीब 142 वर्ग किलोमीटर (56 वर्ग मील) के इलाके को तबाह कर दिया है।
घरों की तबाही: 1200 घर जलकर राख हो चुके हैं।
मृतकों की संख्या: अब तक कम से कम 11 लोगों की मौत की खबर है।
आग लगने की वजह: यह आग 7 जनवरी को सांता एना हवाओं की वजह से और ज्यादा भड़क गई थी।
स्थिति का अपडेट: गुरुवार (9 जनवरी) को आग में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इस सप्ताह के अंत में आग फिर से भड़क सकती है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस घटना का वीडियो Zack Fairhurst नामक इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया गया है, जिसे 35.5 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है और 9.63 लाख से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं।
लोग इस वीडियो पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं
एक यूजर ने लिखा, “अमेरिका और फिलिस्तीन के लिए प्रार्थना कीजिए।” दूसरे ने लिखा, “यह बहुत ही दुखद है। भगवान सभी को साहस दें।” वहीं, कुछ लोगों ने सरकार से पीड़ितों को मुआवजा देने की अपील की है।
नुकसान और भविष्य की आशंका
कैलिफोर्निया में जंगल की आग हर साल बड़े पैमाने पर तबाही मचाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार आग का क्षेत्र सैन फ्रांसिस्को के बराबर है। सरकार और प्रशासन आग पर काबू पाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं, लेकिन तेज हवाएं और सूखा मौसम इसे और भयावह बना रहे हैं। इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए क्या पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं।