पीरियड्स एक ऐसी टर्म हैं, जो हर महिला के आधे से अधिक जीवन का हिस्सा हैं। महिलाओं को हर महीने पीरियड्स के दिनों से गुजरना पड़ता है। वैसे तो यह कोई समस्या नहीं है लेकिन अघर इन दिनों में ठीक से केयर ना किए जाए तो परेशानी जरूरी बन जाती है। दरअसल, पीरियड्स के दिनों में कुछ महिलाओं को रैशेज, खुजली, जलन जैसी समस्याएं रहती हैं। चलिए आपको बताते हैं कि पीरियड्स में महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि वैजाइना, यूरिनरी ट्रैक्ट, यीस्ट इंफेक्शन जैसी समस्याओं से बचा जा सके।
उन दिनों में योनि के आसपास क्यों हो जाते हैं रैशेज?
1. ब्लीडिंग के कारण वैजाइना स्किन में नमी और सॉफ्टनेस रहती है, जिसके कारण रैशेज हो सकते हैं। पीरियड्स में स्किन रैशेज होना बेहद आम है लेकिन सही केयर ना करने पर ये इंफेक्शन का रूप भी ले सकते हैं।
2. गर्मी में पसीने के कारण भी रैशेज हो सकते हैं। ऐसे में आप दिन में कम से कम 2 बार पैंटी बदलें।
3. टाइट कपड़ों की लगातार रगड़, इनरवियर की इलास्टिक या पैड के कारण भी रैशेज , खुजली, लालपन की समस्या हो सकती है।
पीरियड रैशेज के लिए घरेलू नुस्खे
-सबसे पहले तो गुनगुने पानी से वैजाइना की अच्छी तरह सफाई करें। इससे रैशेज, सूजन, जलन की समस्या दूर हो जाएगी।
-बर्फ या हीट पैक लगाने से भी यह समस्या दूर हो जाएगी।
-प्रभावित एरिया को नीम के पानी से धोएं। इससे भी पीरियड्स में होने वाले रैशेज दूर हो जाएंगे।
इन बातों का भी रखें खास ख्याल
1. सबसे पहले तो अपनी स्किन के हिसाब से अच्छी क्वालिटी का पैड यूज करें और पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई का ख्याल रखें। इसके अलावा दिन में कम से कम 3 बार पैड बदलें।
2. इस दौरान तंग या सिंथेटिक कपड़े ना पहनें क्योंकि इससे वैजाइना में नमी बनी रहती है और गीलेपन की वजह से भी रैशेज हो जाते हैं।
3. वैजाइना को साफ करने के एंटीसेप्टिक पाउडर लगाएं लेकिन टैल्कम पाउडर यूज ना करें।
4. प्रभावित एरिया पर मलहम या जेल, साबुन, बॉडी वाश या क्रीम लगाने से पहले गायनेकोलॉजिस्ट की सलाह लें।