हर व्यक्ति की चाहत होती है कि उसका घर हमेशा सुख-समृद्धि से भरा रहे। घर में माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। पॉजिटीव का माहौल बना रहे। प्रवेश करते ही घर में एक साकरात्मक ऊर्जा का वास हो। लेकिन कभी-कभार घर में सारी सुख-सुविधाओं के बावजूद भी अच्छी नींद नहीं आती। जिसका एक कारण घर बनवाते समय वास्तु नियमों का अच्छे से पालन न करना भी हो सकता है। यदि आपके घर में किसी भी प्रकार का वास्तु दोष है तो उसका असर घर के सदस्यों पर भी पड़ता है। तो चलिए आपको आज कुछ ऐसे वास्तु के नियम बताते हैं जो आपके घर की खुशहाली बनाए रखने में सहायता करेंगे।
भूमि पूजा करें
जब भी आप नया घर बनवा रहें हैं तो उसकी भूमि पूजा अवश्य करवाएं। इसके बाद ही घर की बाकी चीजों का निर्माण करें।
पुरानी चीजों का न करें प्रयोग
आप नया घर बनवा रहें हैं तो कभी भी पुरानी ईंटों, लकड़ी या फिर किसी भी तरह की पुरानी चीज का इस्तेमाल न करें। इससे आपकी घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार हो सकता है। घर के सदस्य की मनोदशा पर भी इसका गहरा असर पड़ सकता है। आप नए घर में किसी भी तरह के कबाड़ का प्रयोग न करें।
खाली जगह पर न बनवाएं घर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, आपको घर कभी भी खाली जगह या फिर गांव से बाहर नहीं बनाना चाहिए। इसके अलावा आप कभी भी तीन राह वाली या फिर चार राह वाली जगहों पर भी घर न बनाएं।
मुख्य द्वार के सामने न बनवाएं सीढ़ियां
आप जब भी घर बनवाएं तो कभी भी मुख्य द्वार के सामने सीढ़ियां न बनवाएं। सीढ़ियां हमेशा क्लॉकवाइज ही बनवाएं। सीढ़ियों को आंरभ और अंत के द्वार पर ही बनवाएं। घर के बीच के स्थान को हमेशा खाली ही रखें।
छत और बालकनी में न रखें कुड़ा-कबाड़
घर की छत या फिर बालकनी में कभी भी किसी तरह का कुड़ा न रखें। इससे आपकी घर में नेगेटिव ऊर्जा का संचार होगा।
गाड़ी पूर्व दिशा में रखें
घर बनवाते समय आप कार की पार्किंग हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में ही रखें। इससे आपके घर में खुशी का माहौल बना रहेगा। इस दिशा में आप पानी की टंकी बनवा सकते हैं।