नारी डेस्क: शारदिया नवरात्रि में इस बार अष्टमी और नवमी तिथि को लेकर काफी कंफ्यूजन बना हुआ है। इस साल नवरात्रि 3 अक्तूबर दिन गुरुवार से शुरू हुई है जिसका समापन 11 अक्तूबर को होगा। वहीं, मूर्ति का विसर्जन 12 अक्तूबर को किया जाएगा। ऐसे में सवाल यह है कि इस बार क्या अष्टमी और नवमी एक ही दिन मनाई जाएगी। आपके इस सवाल का जवाब इस आर्टिकल में मिल जाएगा।
वैदिक पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि हर साल अश्विन माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होती है, जिसका समापन नवमी तिथि पर होता है। इस साल शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि की शुरूआत 10 अक्तूबर को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से शुरू हो रही है जिसका समापन अगले दिन 11 अक्तूबर को 12 बजकर 6 मिनट पर होगा। इसके समापन के तुरंत बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी, जो 12 अक्तूबर सुबह 10 बजकर 57 मिनट पर होगी।
उदयातिथि पड़ने के कारण अष्टमी और नवमी तिथि का व्रत 11 तारीख को ही रखा जाएगा, यानी कि कंजक पूजन भी इसी दिन होगा। जो लोग नवमी में कंजक पूजन करते हैं वह 12 बजे के बाद कर सकते हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस साल अष्टमी के दो दिन पड़ रही है। 10 अक्टूबर को सप्तमी तिथि दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक है, उसके बाद अष्टमी तिथि प्रारंभ हो रही है। 10 अक्टूबर को अष्टमी का व्रत नहीं रखा जाएगा क्योंकि सप्तमी युक्त अष्टमी तिथि व्रत निषेध माना गया है।
. इस साल 11 अक्टूबर को अष्टमी युक्त नवमी है. क्योंकि, नवमी 12 अक्टूबर सुबह 06 बजकर 52 मिनट तक रहेगी, इसलिए आप सुबह अष्टमी व्रत का पारण कर सकते हैं। 12 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 52 मिनट के बाद दशमी तिथि प्रारंभ हो रही है।