नारी डेस्क: 28 मार्च 2025 को म्यांमार, बैंकॉक और थाईलैंड में एक बहुत जोरदार भूकंप आया। भूकंप की तीव्रता 7.7 से लेकर 8.2 तक थी। इस भूकंप ने इन इलाकों में भारी तबाही मचाई। सड़कों पर दरारें आ गईं, इमारतें ढह गईं और लोग घायलों में तब्दील हो गए। एयरपोर्ट से लेकर मेट्रो स्टेशन तक अफरा-तफरी मच गई। बहुत सारे लोग घायल हुए, सैकड़ों लोग मारे गए और कई लोग लापता हो गए। भूकंप के कारण पूरी दुनिया के सामने एक डरावना दृश्य आया।
भूकंप के समय म्यांमार में क्या हुआ?
म्यांमार में रहने वाले भारतीय नागरिक रविंदर जैन ने भूकंप के समय का अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि वह चौथी मंजिल पर थे जब अचानक बिल्डिंग हिलने लगी। हर तरफ डर और चीखें मच गईं। लोग भागते हुए नीचे की ओर दौड़ने लगे, लेकिन रविंदर को समझ में ही नहीं आया कि क्या हो रहा है।
बैंकॉक में हादसा: सिर पर गिर पड़े पत्थर
बैंकॉक में रहने वाली सिरिन्या नकुता नाम की महिला ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ घर में थीं, तभी भूकंप के झटके आ गए। वह अपने बच्चों के साथ सीढ़ियों से नीचे की ओर भागी, लेकिन इस दौरान उनके सिर पर पत्थर गिर गए। इस दुर्घटना में उन्हें चोटें आईं, लेकिन जैसे-तैसे वह अपनी जान बचाने में सफल रहीं।
टॉवर ब्लॉक गिरने से मची अफरा-तफरी
भूकंप के तेज झटकों के कारण थाईलैंड में एक बड़ा टॉवर ब्लॉक गिर गया। इससे लोगों में घबराहट फैल गई और हर कोई अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगा। लोग चीख रहे थे, और हर कोई बचने की कोशिश कर रहा था।
एयरपोर्ट पर मची भगदड़ और मेट्रो की हालत
एयरपोर्ट पर लोग इकट्ठे हो गए थे क्योंकि फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं थीं। हर तरफ अफरा-तफरी थी और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। मेट्रो स्टेशन पर खड़ी मेट्रो ट्रेनें झूल रही थीं जैसे कोई खिलौना हिलाया जा रहा हो। भूकंप की वजह से लोग खड़े भी नहीं हो पा रहे थे क्योंकि जमीन बहुत तेज़ी से हिल रही थी। लोग डर के मारे गिरते जा रहे थे और किसी तरह अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे थे।
लोगों के बीच खौफ और दर्द
भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे थे, लेकिन हालात इतने खराब थे कि लोग अपनी जान बचाने के लिए एक दूसरे से अलग हो रहे थे। सबकी आंखों में डर था और हर कोई सिर्फ अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहा था। भूकंप का यह मंजर दिल दहला देने वाला था, और सोशल मीडिया पर कई डरावनी वीडियो और तस्वीरें सामने आईं, जिन्हें देखकर लोगों का दिल कांप उठा।
म्यांमार, बैंकॉक और थाईलैंड के लोग अभी भी भूकंप के खौफनाक अनुभव से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, और दुनियाभर से उन्हें मदद मिल रही है।