गलत खान-पान, खराब लाइफस्टाइल के चलते कुछ सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। यह एक तरह का मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जिसके कारण शरीर या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता या फिर इंसुलिन का ठीक से उपयोग करने में दिक्कत होती है। इसके चलते शरीर में इंसुलिन की कमी होने लगती है जिससे शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। शुगर लेवल बढ़ने से किडनी, स्किन, हृदय, आंखों और पूरे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। डायबिटीज किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है लेकिन बच्चे, किशोर और युवा व्यस्क टाइप 1 डायबिटीज से ज्यादा प्रभावित होते हैं जबकि टाइप 2 डायबिटीज 40 वर्ष की आयु के बाद से व्यस्कों में अधिक होती है। यह बीमारी किडनी और दिल की बीमारियों के लिए एक बहुत बड़ा जोखिम है। इस बीमारी के बढ़ते जोखिम को लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। ऐसे में आज आपको बताते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं और आप इस खतरनाक बीमारी से अपना इलाज कैसे कर सकते हैं। आइए जानते हैं....
सुबह-सुबह दिखते हैं यह लक्षण
वास्तव में लिवर शरीर को दिन के लिए तैयार करने और इसे अधिक सक्रिय बनाने के लिए ब्लड शुगर रिलीज करता है। यही कारण है कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों को सुबह हाई ब्लड शुगर महसूस हो सकती है और उनमें गले और मुंह में शुष्की, रात भर बार-बार पेशाब करने के बाद भी पेशाब की थैली का भरा होना। नजर की कमजोरी और भूख जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। कई लोगों को डायबिटीज का पता चलने से पहले ही थकान, नींद, नजर में कमजोरी, फंगल इंफेक्शन और फोड़े जैसे लक्षण नजर आते हैं। ऐसे में व्यक्ति को शरीर में होने वाले सारे बदलावों पर ध्यान देने और बिगड़ने से पहले ही उसकी जांच और इलाज कराना चाहिए।
डायबिटीज के कुछ अन्य लक्षण
. ज्यादा भूख लगना
. अचानक से वजन कम होना
. हाथों या पैरों में झुनझुनी
. थकावट
. कमजोरी
. स्किन का ड्राई होना
. घावों का धीरे-धीरे भरना
. ज्यादा प्यास लगना
. रात में बहुत ज्यादा पेशाब आना
. संक्रमण
. बालों का झड़ना
यह सारे टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण है।
वहीं टाइट 1 डायबिटीज में लक्षण दिखते हैं जैसे
. मतली
. पेट दर्द
. उल्टी
कैसे करें बचाव?
स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स के अनुसार, टाइप 1 डायबिटीज को रोका नहीं जा सकता क्योंकि यह इम्यूनिटी की समस्या के कारण होने वाली समस्या है। वहीं टाइप 2 मधुमेह के कुछ कारण जैसे कि आपके जीन या उम्र, आपके नियंत्रण में नहीं होते हैं। इसके अलावा डायबिटीज से बचाव के लिए इन उपायों को प्रयोग में लाया जा सकता है।
. हफ्ते में कम से कम 150 मिनट एरोबिक व्यायाम करें, जैसे पैदल चलना, साइकिलिंग करना आदि
. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट के साथ सैचुरेटेड और ट्रांस फैट फूड्स का सेवन न करें।
. फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन ज्यादा करें।
. हर 2-2 घंटे पर कुछ न कुछ खाते रहें।