नारी डेस्क: घी और ऑलिव ऑयल, दोनों ही स्वस्थ जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऑलिव ऑयल का प्रचलन हाल के वर्षों में बढ़ा है और यह यूरोप से भारत आया है। दूसरी ओर, घी भारतीय खानपान का अभिन्न हिस्सा रहा है। दोनों में से कौन अधिक फायदेमंद है, यह जानने के लिए इनकी विशेषताओं और फायदों को समझना जरूरी है।
घी और ऑलिव ऑयल में अंतर
घी में सैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देते हैं और आंतों को मजबूत बनाते हैं। दूसरी ओर, ऑलिव ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो दिल के लिए फायदेमंद होते हैं और सूजन को कम करते हैं। घी का उपयोग उच्च तापमान पर भी किया जा सकता है, जबकि ऑलिव ऑयल केवल 320°F तक ही सुरक्षित रहता है। इसलिए, डीप फ्राई जैसे उच्च तापमान वाले पकवानों के लिए घी अधिक उपयुक्त होता है, जबकि हल्की सब्जियों और सलाद के लिए ऑलिव ऑयल बेहतर है।
घी के फायदे
पाचन को सुधारता है
घी को पचाना आसान होता है और यह आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। इसमें ब्यूटिरिक एसिड पाया जाता है, जो आंतों की सूजन को कम करता है और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम के लिए फायदेमंद होता है। इसका नियमित सेवन पाचन क्रिया को सुचारू रखता है और अपच जैसी समस्याओं से बचाता है।
हड्डियों को मजबूत बनाता है
घी कैल्शियम और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो हड्डियों की मजबूती को बढ़ाता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन K2 हड्डियों में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे हड्डियों का घनत्व बढ़ता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाव होता है।
स्किन में ग्लो लाता है
घी के पोषक तत्व त्वचा को भीतर से पोषण देते हैं और त्वचा में चमक लाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन E त्वचा को युवा बनाए रखते हैं और त्वचा को ड्राईनेस, रिंकल्स और एजिंग से बचाते हैं। इसे आप स्किन पर सीधे भी लगा सकते हैं जिससे स्किन सॉफ्ट और हाइड्रेटेड रहती है।
इम्यूनिटी को बूस्ट करता है
घी में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसमें मौजूद ब्यूटिरिक एसिड शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाता है, जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। घी का नियमित सेवन शरीर को विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में अधिक सक्षम बनाता है।
ऑलिव ऑयल के फायदे
हार्ट फ्रेंडली
ऑलिव ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे हृदय रोगों का जोखिम कम होता है। यह खून में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाकर गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करता है।
मोटापा नियंत्रित रखता है
ऑलिव ऑयल का नियमित सेवन शरीर में फैट के जमाव को कम करता है। इसमें पाए जाने वाले स्वस्थ फैट्स मेटाबोलिज्म को सुधारते हैं और वजन घटाने में मदद करते हैं। इसे सलाद ड्रेसिंग या हल्के खाने में शामिल करना वज़न को संतुलित बनाए रखने में सहायक होता है।
सूजन को कम करता है
ऑलिव ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद ओलेओकैंथल नामक कंपाउंड प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में काम करता है और गठिया, जोड़ों में दर्द जैसी सूजन वाली समस्याओं से राहत दिलाता है।
ब्लड प्रेशर को संतुलित करता है
ऑलिव ऑयल में पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट्स और हेल्दी फैट्स होते हैं जो ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाए रखते हैं। इसका नियमित सेवन हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को कम करता है और रक्त वाहिकाओं को लचीला बनाता है। यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को भी कम करने में सहायक होता है।
घी और ऑलिव ऑयल दोनों ही अपने-अपने ढंग से सेहत के लिए फायदेमंद हैं। दिल के मरीजों और वजन घटाने की चाह रखने वालों के लिए ऑलिव ऑयल अच्छा है, जबकि हड्डियों की मजबूती और पाचन में सुधार के लिए घी बेहतर है। अपनी आवश्यकताओं, स्वाद और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आप इन दोनों में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं।