खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। इन्हीं बीमारियों में से एक पीसीओएस। पीसीओएस के कारण महिलाओं को अनियमित पीरियड्स, पीरियड्स न आना, वजन बढ़ना, मुहांसे जैसी समस्याएं होने लगती हैं। डाइटिशियन एक्सपर्ट् गरिमा की मानें तो पीसीओएस होने पर इन चीजों से परहेज करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
वजन घटाने पर फोकस करना
बहुत सी महिलाओं को लगता है कि पीसीओएस वजन बढ़ने के कारण हो रही है लेकिन 30% पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं का बॉडी इंडेक्स सामान्य ही होती है। ऐसे में यदि मोटापे से ग्रस्त महिलाओं का वजन कम होने से पीसीओएस के लक्षण कम होने लगेंगे तो सिर्फ यही बीमारी से बचने का उपाय नहीं है। वजन कम करने के दौरान आपके हार्मोन्स भी संतुलित हो सकते हैं जिसके कारण समस्या बढ़ सकती है।
न खाएं ये चीजें
पीसीओएस होने पर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स चिप्स, बिस्कुट, पेस्ट्री जैसी चीजों का सेवन न करें। यह शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ा सकते हैं जिसके कारण समस्या बढ़ सकती है। ज्यादा पैकेज्ड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने की जगह आप इनकी मात्रा कम कर सकते हैं। इनकी जगह आप पोषक तत्वों से भरपूर चीजें उबले चने, ढोकला, अंकुरित अनाज और फलों का सेवन कर सकते हैं।
अच्छी नींद न लेना
यदि आप पीसीओएस से ग्रस्ति हैं तो आप अपनी नींद का भी पूरा ध्यान रखें। कई अध्ययनों में यह बात साबित हुई है कि नींद पूरी न होने पर ग्लूकोज पचने में दिक्कत आती है जिसके कारण इंसुलिन की कमी हो सकती है। ऐसे में पूरी नींद लें और 7-8 घंटे की नींद लें।
डाइट का ध्यान न रखना
वैसे तो इंटरनेट पर आपको पीसीओएस से बचने के लिए कई तरह के फूड्स मिल जाएंगे परंतु आपको किसी भी चीज का सेवन करने से पहले ध्यान रखना होगा। खासकर ग्लूटेन फ्री और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन हर किसी के लिए हैल्दी साबित नहीं हो सकता। एक्सपर्ट की सलाह के बिना किसी भी चीज का सेवन करने से समस्या बढ़ सकती है।
एक्सरसाइज न करना
एक्सरसाइज सिर्फ वजन कम करने में ही नहीं बल्कि हार्मोन्स को संतुलित करने में भी मदद करती है। पीसीओएस में नियमित व्यायाम करने से टेस्टोस्टेरोन नाम के हार्मोन्स का स्तर कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा एक्सरसाइज करने से आपका मूड़ भी अच्छा होगा और आप खुद को फिट भी रख सकते हैं।
पीसीओएस सिर्फ एक दिन या हफ्ते में ठीक होने वाली बीमारी नहीं है इस रोग को जड़ से मिटाने के लिए लक्षणों पर ध्यान दें। लक्षण दिखने पर अपनी डाइटिशियन या डॉक्टर से संपर्क करें। अच्छी डाइट, हैल्दी लाइफस्टाइल के साथ आप इस रोग को खत्म कर सकते हैं।
(डाइटिशियन गरिमा)