नारी डेस्क: करवा चौथ का व्रत विवाहित महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें वे अपने पति की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए निर्जल व्रत रखती हैं। इस व्रत का प्रारंभ सरगी से होता है, जो कि सूर्योदय से पहले सास द्वारा बहू को दी जाने वाली विशेष थाली होती है। इसमें फल, मिठाइयां, सूखे मेवे और अन्य पौष्टिक आहार होते हैं ताकि व्रती दिन भर बिना अन्न और जल के रह सकें। यदि आपकी सास जीवित नहीं हैं या किसी कारण से उपलब्ध नहीं हैं, तो सरगी देने की परंपरा को अन्य नजदीकी परिवार के सदस्य या रिश्तेदार निभा सकते हैं। जानिए पूरी परंपरा के बारे में
सरगी किससे लें?
यदि सास नहीं हैं, तो आपकी माँ, ननद (देवरानी या जेठानी), या परिवार की अन्य बुजुर्ग महिला यह भूमिका निभा सकती हैं। यदि आपके पास कोई बड़ा सदस्य उपलब्ध नहीं है, तो आप खुद अपने लिए सरगी तैयार कर सकती हैं, या आपका पति भी इसमें आपकी मदद कर सकता है।
सरगी में क्या-क्या चीजें होनी चाहिए?
सरगी में ऐसी चीजें शामिल होती हैं जो पूरे दिन आपको ऊर्जा प्रदान करें और आपके स्वास्थ्य का ख्याल रखें। इसमें मुख्य रूप से पौष्टिक, हल्का और संतुलित आहार शामिल होता है। यहां कुछ सामान्य चीजें दी गई हैं जो सरगी की थाली में होनी चाहिए:
सूखे मेवे (Dry Fruits): बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता, अखरोट जैसे सूखे मेवे शामिल किए जाते हैं। ये ऊर्जा और पोषण प्रदान करते हैं और दिन भर भूख न लगने में मदद करते हैं।
फ्रूट्स (Fruits): ताजे फलों का सेवन व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है। इसमें सेब, केला, अनार, पपीता और मौसमी फल शामिल हो सकते हैं। फलों से शरीर को पानी और विटामिन मिलते हैं जो दिन भर ताजगी बनाए रखते हैं।
मिठाइयां: सरगी में मिठाइयां जैसे लड्डू, फेनी, खीर या हलवा दिया जाता है। इससे व्रत करने वाली महिलाओं को ऊर्जा मिलती है और मीठे से दिन की शुरुआत होती है।
फेनी या सेवईं: यह एक पारंपरिक मिठाई है, जिसे दूध के साथ परोसा जाता है। फेनी या सेवईं को सरगी में शामिल करना शुभ माना जाता है और यह ऊर्जा भी प्रदान करती है।
पारांठा या हल्का भोजन: सरगी में पारांठे या हल्का नाश्ता शामिल किया जा सकता है, जैसे मेथी या आलू का परांठा। यह दिनभर की भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है।
दही: दही पाचन के लिए अच्छा होता है और यह शरीर को ठंडक भी प्रदान करता है। दही को सरगी में शामिल करना अच्छा माना जाता है ताकि दिनभर आप तरोताजा रहें।
नारियल पानी या जूस: व्रत के दौरान प्यास का अनुभव न हो, इसके लिए नारियल पानी या ताजे फलों का जूस पिया जा सकता है। इससे शरीर को हाइड्रेशन मिलता है और ऊर्जा भी बनी रहती है।
गुड़ या मिश्री : गुड़ या मिश्री खाने से शरीर को ताजगी मिलती है और यह आपको लंबे समय तक ऊर्जावान बनाए रखता है। यह शुगर का प्राकृतिक स्रोत है जो व्रत के दौरान ऊर्जा बनाए रखता है।
सरगी लेते समय ध्यान देने योग्य बातें
- सरगी में ऐसी चीजें शामिल करें जो आपको भूख और प्यास से बचाए रखें और आपकी सेहत का ख्याल रखें।
- तैलीय और भारी भोजन से बचें ताकि दिन में आपको असहज महसूस न हो।
- भरपूर पानी पिएं या नारियल पानी का सेवन करें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
इस तरह सरगी में पौष्टिक और संतुलित आहार लेकर आप करवा चौथ का व्रत बिना किसी शारीरिक परेशानी के कर सकती हैं।