नवरात्रि के दिनों में देवी दुर्गा की पूजा करने के साथ व्रत भी रखें जाते हैं। ऐसे में गेंहू की जगह सिंघाड़े के आटे का सेवन किया जाता है। सिंघाड़े से तैयार इस आटे में विटामिन, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, एंटी- ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसका सेवन करने से व्रत के दौरान कमजोरी व थकान दूर होती है। साथ ही वजन और डायबिटीज कंट्रोल में रहती है। तो चलिए आज हम आपको सिंघाड़े के आटे से सेहत को मिलने वाले अनगिनत लाभ के बारे में बताते हैं...
ग्लूटन फ्री सिंघाड़े का आटा
- सिघाड़े का आटा पूरी तरह से ग्लूटन फ्री होता है। ऐसे में इसके सेवन से शरीर को सभी जरूरी तत्व आसानी से मिलते हैं।
- इस आटे के सेवन से व्रत के दौरान होने वाली थकान व कमजोरी दूर हो शरीर में एनर्जी आती है।
- पानी में उगने वाले सिंघाड़े को खाने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। बात इसे खाने की करें तो सिंघाड़े को कच्चा, उबालकर या इसके आटे से कोई डिश बनाकर खा सकते हैं। ऐसे में व्रत को दौरान बार- बार प्यास लगने की कोई परेशानी नहीं होती है।
थायरॉइड के मरीज जरूर करें डाइट में शामिल
- सोडियम का मुख्य स्त्रोत होने से थायरॉइड के मरीजों को इसका सेवन करना फायदेमंद होता है। यह थायरॉइड को कंट्रोल में रखने के साथ गले से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाता है।
अस्थमा में फायदेमंद
- अस्थमा के मरीजों को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इसके सेवन से सांस से जुड़ी समस्या दूर हो फेफड़े मजबूत होते हैं।
बेहतर पाचन तंत्र
- खाने में हल्का और फाइबर से भरपूर होता है। ऐसे में सिंघाड़े की गिरी या आटे का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। ऐसे में पेट दर्द, कब्ज, एसिडिटी की परेशानी दूर रहती है।
- अनियमित पीरियड्स की परेशानी को दूर करने में भी सिंघाड़े का आटा फायदेमंद होता है। साथ ही उन दिनों में पेट में होने वाले दर्द, मरोड़ आदि से भी राहत मिलती है।
बवासीर रोगियों के लिए फायदेमंद
- पोषक तत्वों से भरपूर होने से बवासीर में यह फायदेमंद होता है। ऐसे में बवासीर के रोगियों को सिघाड़े के आटे का सेवन करने से इस रोग से छुटकारा मिलता है।
वजन बढ़ने से रोके
जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इसमें मौजूद विटामिन, फाइबर, कैल्शियम आदि गुण वजन को कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं।
मजबूत हड्डियां
विटामिन और कैल्शियम का उचित स्त्रोत होने से यह हड्डियों व दांतों को मजबूती प्रदान करता है। साथ ही आंखों की रोशनी तेज होने में मदद मिलती है।
खून करें साफ
यह खून को साफ कर इससे जुड़ी परेशानियों से आराम दिलाता है। साथ ही शरीर में खून का संचार बेहतर तरीके से होता है।
गर्भावस्था में भी फायदेमंद
गर्भावस्था में इसका सेवन करने से मां और बच्चों को पूरा पोषण मिलता है। गर्भपात का खतरा कम हो शरीर में ताकत आती है।
डाइट में सिंघाड़े का आटे शामिल करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
- सिंघाड़े के आटे से तैयार चीजों का सेवन करने के तुरंत बाद पानी पीने से बचें। नहीं तो खांसी की समस्या हो सकती है। पानी का सेवन खाने के करीब 20 मिनट बाद ही करें।
- इसे अधिक मात्रा में खाने से पेट से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।