औरत एक ऐसा शब्द है जिसके कठिन साहसों और संघर्षों की तुलना किसी से भी करना आसान नहीं है। अपने बच्चों का पालन पोषण करने और उन्हें अच्छी परवरिश देने के लिए वह पूरी कायनात से लड़ जाती हैं। वहीं कुछ माएं ऐसी भी होती हैं जो बच्चों के साथ-साथ काम को भी अच्छी तरह मैनेज करती हैं। ऐसी ही कुछ मांओं के बारे में आज आपको बताएंगे जिन्होंने बच्चा होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और आज वह अपनी करियर में दिन-दौगुणी रात चौगुनी तरक्की कर रही हैं।
रश्मि मंडलोई
रश्मि एक ऐसी वर्किंग मॉम हैं जिन्होंने अपनी मदरहुड जर्नी में कई सारे संघर्षों का सामना किया। उन्हें सिर्फ तीन महीने की मैटरनिटी लीव मिली जिसके कारण उन्हें अपनी मां होने का फर्ज और जिम्मेदारियां दोनों को देखना पड़ा। आपको बता दें कि रश्मि पिछले कई सालों से इक्विटी बियॉनडाइवर्सिटी पर केंद्रित एक वुमने स्टार्ट अप चला रही हैं। वहीं 2021 में रश्मि ने लीडअप यूनिवर्स को को-फाउंड किया है। यह एशिया की लीडिंग कैरियर एक्सीलरेशन ऑर्गनाइनजेशन है जहां वह लोगों की ग्रोथ, कम्यूनिटी इंगेजमेंट, पीआर, कम्युनिकेशन और ब्रांड डेवलपेंट को लीड कर रही हैं। उन्होंने अपने काम को प्राथमिकता देना भी शुरु किया और जब भी किसी को जरुरत पड़ी तो अपना हाथ भी आगे बढ़ाया है।
ऋद्धि भारद्वाज
अपने मदरहुड और बिजनेस को ऋद्धि बहुत ही अच्छे से बैंलेस कर रही हैं। अपने बेटे, काम और घर के प्रति वह अपनी सारी जिम्मेदारियां पूरी कर रही हैं। यह उनके लिए आसान नहीं है बल्कि फिर भी वह काम करती हैं। उनका कहना है कि उनका ढाई साल का बेटा ऋद्धि के लिए इंस्पीरेशन है। आपको बता दें कि ऋद्धि मैं माई (MAI, MAAii) की को-फाउंडर हैं। उनका मानना है कि बेटे के साथ-साथ प्रोफेशन बैलेंस करना उनकी एंट्रेप्रेन्योर की यात्रा है।
मोनालिसा ठाकुर
मोनालिसा 8 साल की बेटी की मां है। प्रेग्नेंसी के दौरान मोनालिसा को अक्सर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मुश्किलों का सामना करना पड़ता था लेकिन उनके लिए यह थोड़ा मुश्किल हो जाता था ऐसे में उन्होंने सोचा कि कई लोगों को ऐसी परिस्थितयां झेलनी पड़ती होंगी। इसलिए उन्होंने अपनेपति और दोस्तों के साथ मिलकर टूम्मोक की शुरुआत की। इसके जरिए वह पब्लिक ट्रांसपोर्ट के समय को देखकर अपने घर से आप टिकट बुक कर कती हैं। वहीं मोनालिसा ने दो अन्य फाउंडर हिरण्मय अपने पति, कंपनी के सीईओ नारायण, एक अन्य सीटीओ और करीबी दोस्ट के साथ मिलकर एक क्रांतिकारी ट्रांजिट ऐप बबनाया है। टूम्मोक इस समय 19 शहरों में उपलब्ध एक यूनिक मल्टी मॉडल ट्रांजिट एप है। वहीं इस एप की लाइव ट्रैकिंग बस, ट्रेन और अन्य ट्रांसपोर्टेशन मोड्स के रियल समय को ट्रैक करती हैं।
प्रियंका दुबे
प्रियंका दुबे पांडे ने साल 2020 में अपनी एक डिजिटल कंटेंट क्रिएटर की जर्नी शुरु की थी। इसमें उन्होंने वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट समेट कई तरह कंटेंट के साथ एक्सपेरिमेंट भी किया था। समय के साथ प्रियंका के कंटेंट ने सभी को इंस्पायर किया। वह अपने यूनिक स्टाइल और कंटेंट के जरिए ऑडियंस को अट्रैक्ट करती रही। इसके बाद उन्हें कई कोलैबोरेशन के भी ऑफर मिले। वहीं प्रियंका ने अपनी बेटी के साथ बॉन्डिंग पर कहा मेरी 9 साल की बेटी तोशनी पांडे ने शूटिंग के दौरान मेरी मदद की, मुझे सलाह दी और मेरे सबसे अच्छे शॉट्स लिए। हमने कई एंजेंडो पर एक टीम की तरह काम किया। आपको बता दें कि प्रियंका एक बहुत ही सफल ब्लॉगर, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और एक सक्सेसफुल डिजीिटल कंटेन्ट क्रिएटर भी हैं।