डायबिटीज यानि शुगर की बीमारी आज आम हो गई है लेकिन इसे हल्के में लेना हानिकारक हो सकता है। अगर शुगर लेवल बिगड़ जाए तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है। ऐसे में डायबिटीज पेशेंट को लेकर हमेशा सतर्कता बरतनी चाहिए, खासकर खानपान को लेकर क्योंंकि डाइट का सीधा असर शरीर पर पड़ता है। आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताएंगे, जिससे आप शुगर लेवल कंट्रोल कर सकते हैं।
अनकंट्रोल शुगर लेवल का क्या होता है नतीजा?
यह एक क्रॉनिक व मेटाबॉलिक विकार है, जिसमें खून में इंसुलिन का स्तर कम होने की वजह से व ग्लूकोज का स्तर कम या ज्यादा हो जाता है। इसका असर आंखों की रेटिना पर पड़ता है, जिससे धुंधला दिखाई देने लगता है। वहीं, किडनी, दिल व शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों पर भी इसका बुरा असर होता है।
जामुन करेगा ब्लड शुगर कंट्रोल
फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन A,B और C से भरपूर जामुन डायबिटीज रोगियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। इसके बीज ना सिर्फ शुगर कंट्रोल करते हैं बल्कि कई बीमारियों से भी बचाते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, जामुन के बीज खून में शुगर लेवल को कम और इंसुलिन प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं।
कैसे करें जामुन के बीज का इस्तेमाल?
-जामुन के बीज ऐसे खाना मुमकिन तो नहीं इसलिए आप इसे पाउडर के रूप में यूज कर सकते हैं। इसके लिए जामुन के बीज धोकर सुखा लें। फिर इसे मिक्सी में पीसकर पाउडर बनाकर एक कंटेनर में रख लें। अब रोजाना 1 गिलास दूध में इसका 1 चम्मच डालकर सेवन करें।
-इसके अलावा सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करने से भी डायबिटीज कंट्रोल में रहेगी।
डायबिटीज में क्या खाएं?
डायबिटीज मरीजों को फाइबर युक्त आहार ज्यादा खाने चाहिए क्योंकि ये आसानी से पच जाते हैं और इससे इंसुलिन प्रोडक्शन भी बढ़ता है। इसके अलावा डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, करेला, ब्रोकली, कद्दू, कम मीठे फल, दही, दिन में 1 बार दाल, संतरा, आंवला, साबुन अनाज, दलिया, ब्राउन राइस लें।
क्या ना खाएं?
ज्यादा मीठे फल, सफेद चावल, कोल्ड ड्रिंक, प्रोसेस्ड फूड्स, मसालेदार भोजन, किशमिश, रैड मीट, व्हाइट पास्ता, आलू, शकरकंदी, ट्रांस फैट और डिब्बाबंद भोजन से बिल्कुल परहेज करें।
कुछ जरूरी बातेंः
-दिनभर में कम से कम 8-9 गिलास पानी पीएं, ताकि बॉडी डिटॉक्स हो।
-वजन को कंट्रोल में रखें क्योंकि मोटापा कई बीमारियों का घर है।
-चिंता व डिप्रैशन से दूर रहें और इसके लिए योग, मेडिटेशन करें।
-फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा से ज्यादा करें।
-धूम्रपान, तंबाकू आदि का सेवन ना करें।