लोग अपने दिन की शुरुआत चाय पीकर करना पसंद करते हैं। इससे चुस्ती आने के साथ सिरदर्द, मू़ड खराब की परेशानी दूर हो जाती है। चाय की शुद्ध पत्तियों की महक भी सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है। वहीं लोग इसे अलग-अलग तरीके से तैयार करके पीते हैं। कई लोग काली चाय पीना पसंद करते हैं तो कई दूध वाली चाय पीते हैं। इसके अलावा हेल्थ कॉन्शियस लोग ग्रीन-टी पीना पसंद करते हैं, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है।
मगर मिलावटी चाय का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करता है।
जी हां, चाय की पत्तियों में भी मिलावट की जाती है। ऐसे में इस मिलावटी चाय का सेवन करने से बीमारियों की चपेट में आने का खतरा रहता है। वहीं इसकी पत्तियों की शुद्धता को पहचानना भी मुश्किलभरा काम होता है। मगर इसके लिए FSSAI ने एक वीडियो शेयर की है। ऐसे में आप इसे देखकर घर पर ही आसानी से असली व नकली चाय पत्ती की पहचान कर सकते हैं।
FSSAI ने एक वीडियो द्वारा चाय पत्ती के असली-नकली होने का फर्क बताया है।
ऐसे करें चाय पत्ती में मिलावट की पहचान
. इसके लिए सबसे पहले आपको एक फिल्टर पेपर का इस्तेमाल करना होगा।
. इसके लिए चाय पत्ती को फिल्टर पेपर पर फैलाकर रखें।
. उसके बाद कागज को गीला करने के लिए ऊपर से थोड़ा सा पानी छिड़क दें।
. थोड़ी देर बाद चाय पत्तियों को हटाकर कागज को नल के पानी से धोएं।
. इससे कागज पर निशान पड़ जाएंगे।
. उन धब्बों व निशान को लाइट के नीचे ले जाकर चैक करें।
. अगर चाय की पत्तियां मिलावटी नहीं हुई तो कागज पर धुंधलापन नहीं दिखाई देगा।
. मगर मिलावटी चाय पत्तियों वाले पेपर पर काले-भूरे रंग के धब्बे पड़ जाएंगे।
चाय पीने से सेहत को होने वाले फायदे
एक्सपर्ट अनुसार, चाय का सेवन करने से शरीर में चुस्ती आती है। इससे थकान, कमजोरी दूर होने में मदद मिलती है। रिसर्च अनुसार फ्लेवेनॉइड्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर चाय दिल संबंधी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम करती है। इससे कोलेस्ट्रॉल कम होने व ब्लड वेसेल्स के काम करने प्रक्रिया को सुधारता है।
मिलावटी चाय पीने से लिवर खराब होना का खतरा
मगर मिलावटी चाय का सेवन करने से शरीर को कई नुकसान झेलने पड़ सकते हैं। एक्सपर्ट अनुसार चाय की मिलावट किस तह का पदार्थ इस्तेमाल किया गया इस आधार पर शरीर को नुकसान हो सकता है। इसमें कई बार रंग भरने वाले पदार्थ की मिलावट की जाती है। ऐसे में इस मिलावटी चाय का सेवन करने से लिवर की कार्यक्षमता कम हो सकता है।