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30 साल पहले ही चंद्रकांत सोमपुरा ने तैयार किया था राम मंदिर का मॉडल, पैरों से बनाया था नक्शा

  • Edited By palak,
  • Updated: 23 Jan, 2024 03:50 PM
30 साल पहले ही चंद्रकांत सोमपुरा ने तैयार किया था राम मंदिर का मॉडल, पैरों से बनाया था नक्शा

अयोध्या में बीते दिन राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम समाप्त हो चुका है। सालों तक केस लड़ने के बाद अयोध्या में राम मंदिर बना है। लेकिन क्या आप जानते हैं 30-35 साल पहले मूल रुप से पालीताणा के रहने वाले चंद्रकांत सोमपुरा ने राम मंदिर निर्माण आंदोलन के दौरान वीएचपी (VHP) अध्यक्ष अशोक सिंघल के अनुरोध पर राम मंदिर का डिजाइन बनाया था। कई वर्षों के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद चंद्रकांत सोमपुरा के बनाए डिजाइन के अनुसार, अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाया गया है।

पैरों से नापकर बनाया था मंदिर का नक्शा 

9 नवंबर 1989 को राम मंदिर की आधारशिला रख दी गई थी। उसके पहले मंदिर के निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद के तत्कालीन अंतरराष्ट्रीय महामंत्री अशोक सिंघल ने देश के फेमस वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा को मंदिर बनाने के लिए नियुक्त किया था। सोमपुरा ने पैरों से नापकर नक्शा बनाया और राम मंदिर का मॉडल भी तैयार कर दिया था। 90 के दशक में इस नक्शे की पैमाइश करने अयोध्या पहुंचे वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा को नाप-जोख करने की अनुमति नहीं मिली थी। ऐसे में उन्होंने अपने पैरों से नापकर लंबाई और चौड़ाई के अनुमान के आधार पर नक्शा बनाया। खास बात यह है कि अनुमानित पैमाइश और फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद संशोधित नक्शे के लिए दोबारा की गई पैमाइश में बहुत ही मामूली अंतर मिला था। 

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मंदिर में एक गर्भगृह और पांच मंडप बनाए गए  

चंद्रकांत सोमपुरा ने बताया था कि पहले मंदिर में गर्भग्रह था। सामने गुड मंडप और नृत्य मंडप था। सामान्य मंदिर का निर्माण इसी प्रकार किया जाता है। इस तरह नए मंदिर का मॉडल तैयार किया गया। जब यह निर्णय लिया गया कि इस मंदिर को बड़ा बनाना है तो मैंने मंदिर के सामने एक मंडप बढ़ाया और पीछे दो मंडप बनाए जिससे कुल मिलाकर पांच मंडप और एक गर्भगृह बना। श्रीराम मंदिर का गर्भगृह अष्टकोणीय है अर्थात इसमें भगवान विष्णु के आठ अवतार के अनुसार आठ दिशाएं हैं। इसी के कारण गर्भगृह को अष्टकोणीय बनाया गया है। मंदिर के शीर्ष पर शिखर मंदिर, गुड मंडप,  नृत्य मंडप, रंग मंडपस, सभा मंडप और प्रार्थना मंडप भी नागर शैली में बने हैं। 

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वास्तुकला को ध्यान में रखकर हुआ है मंदिर का निर्माण

अयोध्या में बना राम मंदिर खास नागर शैली में बनाया गया है। सोमपुरा ने मंदिर का डिजाइन वास्तुकला को ध्यान में रखकर किया हैं। मंदिर में 318 खंभे बने हैं। इसकी चौड़ाई 235 फीट, लंबाई 360 फीट और ऊंचाई 161 फीट होगी। मंदिर के गर्भगृह से पहले तीन शिखर वाले स्थान बनाए गए हैं। पहला भजन-कीर्तन का स्थान, दूसरे में ध्यान और तीसरे में राम लला के दर्शन की व्यवस्था की गई है। मंदिर के गर्भगृह में पुजारी के अलावा किसी को जाने की भी अनुमति नहीं होगी। मंदिर के दूसरे तल पर राम दरबार होगा जहां भगवान राम, सीता और लक्षमण के साथ हनुमान भी विराजमान होंगे।

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