कुदरत सबको बैलेंस करना सीखा ही देती है। तभी तो जब महामारी फैली तब लॉकडाउन के सबसे बड़े फैसले ने प्रदुषण का नामू-निशान मिटा दिया। एयर क्वालिटी जो सबसे ज्यादा खराब हुई थी वो अचानक से इतनी बेहतर हो गई कि पंजाब के जालंधर शहर से हिमाचल प्रदेश के धौलाधार पर्वत दिखने लगे। अब हर सुबह सूरज की किरण के साथ पर्वत भी दिखने को मिल रहे है।
बादलों ने रास्ता साफ़ कर पहाड़ो को दिखने का मौका दिया है। जैसे ही जीरो प्रदूषण का पर्दा उठा तो धौलाधार पर्वत की झलक जालंधर शहर में दिखी। हर कोई अपने इंस्टाग्राम की स्टोरी पर इस खूबसूरत नजारे को दिखाने में लगा है। हर बच्चा सोच रहा है कि क्या यह वही शहर है ? प्रदूषण और इंसानों के न दखल देने की वजह से पंछियों की सुनहरी आवाज ने आसमान से फिर दोस्ती कर ली है। जीरो प्रदूषण से आसमान को भी साफ-साफ देखा जा सकता है।
पहले भी दिखते थे यह पहाड़
बतादें कि (1990-1993) में भी यह पहाड़ दिखते थे। मगर प्रदूषण और शहर की प्रगति ने यह नजारा भी मानों कहीं छिपा दिया हो। यह धौलाधार रेंज 200 किमी दूर है।
ख़ुशी के मारे इन लोगों ने किया ट्वीट
लीडिंग ऑथर Man Aman Singh Chhina ने लिखा-
वहीं क्रिकेटर हरभजन ने लिखा-
अब बात करते है एयर क्वालिटी कि -
21 मार्च को जालंधर का एयर क्वालिटी 98 था जो अब 35 देखा गया है। यानी कि एकदम से 100 फीसदी बेहतर। अब देखना यह है कि कब तक यह पहाड़ हमें दिखाई देंगे। बतादें कि इन 21 दिनों के लॉकडाउन से एक बात तो सबसे अच्छी हुई है और वो है प्रदूषण कम होना। वातावरण इतना साफ़ हो गया है कि एयर क्वालिटी अचानक से बहुत अच्छी हो गई है। जानवर से लेकर बादल भी अपना नया मंजर दिखा रहे है। पहले अरेबियन-सी पर डॉलफिन का दिखना और फिर मुंबई के शहर में मोर का खुली सड़क में बेपरवाह होकर नाचना हर किसी का दिल मोह ले गया।