22 जनवरी की तारीख दूर नहीं है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ दो ही दिन बचे हैं। ऐसे में अयोध्या में जोरो शोरों से तैयारियां चल रही हैं। दूर-दूर से लोग प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में अपना योगदान दे रहे हैं। कोई महंगे-महंगे लड्डू लेकर वहां पहुंच रहा है तो किसी ने डेढ़ महीने तक बिखरेने वाली अगरबत्ती देकर अपना योगदान भगवान राम के लिए दिया है। ऐसे में इसी बीच एक पुस्तक बेचने वाले व्यक्ति ने भगवान राम के पवित्र नगरी अयोध्या में दुनिया की सबसे महंगी और अनोखी रामायण पेश की है। इस रामायण की कीमत 1 लाख 65 हजार है। रामायण की इस विशेष संस्करण को बहुत ही सुंदर भी बताया जा रहा है।
इस रामायण में हैं तीन बक्से
आपको बता दें कि पुस्तक विक्रेता का नाम मनोज सती है। मनोज सती ने बताया कि यह पुस्तक भगवान राम की जीवन लीला को दर्शाने वाली वाल्मिकी द्वारा लिखी गई पवित्र पुस्तक रामायण का संस्करण है। उनके अनुसार, इस खास पुस्तक में राम मंदिर की तरह डिजाइन किए गए तीन बक्से हैं। ये बॉक्स मंदिर की तीन मंजिलों को दर्शाते हैं।
पुस्तक के लिए इस्तेमाल किया गया है फ्रांस का कागज
उन्होंने बताया है कि इस पुस्तक में इस्तेमाल किया गया कागज फ्रांस में से बना है। इसकी खास बात यह है कि यह एसिड फ्री पेटेंट पेपर है। किताब का कवर भी बाहर से मंगाए गए मेटेरियल से बनाया गया है। वहीं इसमें इस्तेमाल की गई स्याही जापान से मंगाई है। यही नहीं किताब में लगी लकड़ी भी अपने आप में बहुत ही खास है। उन्होंने बताया कि इसके डिजाइन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लकड़ी अखरोट की है।
45 किलोग्राम है पुस्तक का वजन
मनोज सती की मानें तो पुस्तक का वजन 45 किलोग्राम है। यह किताब 400 साल से ज्यादा समय तक चल सकती है। उन्होंने कहा कि इस किताब को चार पीढ़ियां पढ़ सकती हैं। पुस्तक विक्रेता ने बताया कि - 'हम अपनी खूबसूरत रामायण के साथ अयोध्या के टेंट सिटी में पहुंचे है। इसमें बहुत सारी खूबियां हैं। यहां दुनिया की सबसे महंगी रामायण है आप कह सकते हैं कि सबसे सुंदर रामायण अयोध्या में है।' उन्होंने आगे कहा कि खूबसूरत और आकर्षक डिजाइन के पीछे का मक्सद यह है कि आपको हर पन्ने पर एक अलग ही डिजाइन देखने को मिलेगा।
12:20 पर शुरु होगा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम
सुत्रों की मानें तो मूर्ति की स्थापना मंदिर में हो चुकी है। काले पत्थर से बनी इस मूर्ति की सुंदरता देख हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया है। वहीं ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को दोपहर 12:20 पर शुरु होगा और 1 बजे तक पूरा होने की उम्मीद है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले अनुष्ठान शुरु हो चुके हैं।