वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मौजूद एनर्जी बहुत ही खास महत्व होता है। हर चीज की वास्तु शास्त्र में दिशा बताई गई है, यहां तक की सोने के भी कुछ नियम बताए गए हैं। व्यक्ति के अच्छे स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेना आवश्यक है। पूरी नींद से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। वास्तु के अनुसार, सही दिशा में सोने से उम्र भी बढ़ती है और व्यक्ति को किसी भी तरह की बीमारी नहीं होती। वहीं वास्तु मान्यताओं के अनुसार, गलत दिशा में सोने से मानसिक समस्याएं, आलस्य, तनाव और नेगेटिव एनर्जी घर को घेर सकती है। तो चलिए आपको बताते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार, किस दिशा में सोने सही माना जाता है...
इस दिशा में सोने से आएगी अच्छी नींद
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिशा में सिर रखकर सोने से नींद बहुत अच्छी आती है। सुख-समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य , सौभाग्य, सफलता में भी बढ़ोतरी होती है। खासकर जो लोग राजनीति या फिर किसी पेशेवर क्षेत्र में हैं उनके लिए दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा दक्षिण दिशा को पॉजिटिव एनर्जी का स्त्रोत भी माना जाता है।
करियर के मिलेगें नए अवसर
इसके अलावा मान्यताओं के अनुसार, पूर्व दिशा की ओर सिर रखकर सोने से स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढ़ती है। इस दिशा की ओर सिर करके सोने से विद्या और करियर में नए अवसरों भी प्राप्त होते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्वस्थ नींद के लिए सबसे उत्तम दिशा पूर्व ही मानी जाती है।
तनाव होगा दूर
माना जाता है कि पूर्व दिशा में सिर रखकर सोने से शरीर को पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। यदि कोई व्यक्ति चिंता या फिर तनावग्रस्त है तो उसे पश्चिम दिशा की ओर सिर रखकर सोना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इस दिशा में सिर रखकर सोने से मन को शांति मिलती है।
इस दिशा में सोने से लगेगी बीमारियां
उत्तर दिशा की ओर सिर रखकर कभी भी नहीं सोना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोना अशुभ माना जाता है। इसके अलावा उत्तर दिशा को नेगेटिव एनर्जी का स्त्रोत भी माना जाता है। माना जाता है कि इस दिशा में सिर रखकर सोने से व्यक्ति को बीमारियों को सामना करना पड़ सकता है।