दुनिया भर में महामारी से मची तबाही के बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है। मर्क एंड कंपनी (Marck and Company) ने एक ऐसी दवा बनाई है जो कोरोना के खिलाफ गेमचेंजर साबित हो सकती है। कंपनी की मानें तो इस दवा के क्लीनिकल ट्रायल के बाद अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और मृतकों की संख्या आधी हो गई।
दवा का किया गया क्लीनिकल ट्रायल
अगर इसे मंजूरी मिल जाती है जो यह कोरोना वायरस का इलाज करने में कारगर पहली दवा होगी। मर्क और पार्टनर रिजबैक बायोथेरेप्यूटिक्स ने कहा कि वे जल्द से जल्द इस टैबलेट के लिए दुनिया भर में रेगुलेटर एप्लीकेशन को बनाने की योजना बना रहे हैं। अमेरिका में इसके इमरजेंसी यूज के अधिकार जल्द से जल्द हासिल करने की कोशिश करेंगे। दावा है कि मोलनुपिराविर नामक इस दवा के जरिये अस्पताल में भर्ती होने या मौत होने की आशंका को 50 फीसदी तक कम किया जा सकता है।
पहली ओरल एंटीवायरल दवा
मर्क ने कहा कि वह इस साल के अंत तक इस दवा की एक करोड़ कोर्स तैयार करेगी, आगे जाकर इनकी संख्या और बढ़ाई जा सकती है। कंपनी के सीईओ का कहना है कि यह दवा कोविड-19 के इलाज के लिए अब तक चले आ रहे विमर्श को बदल देगी। अगर इसे इजाजत मिल गई तो यह कोविड-19 की पहली ओरल एंटीवायरल दवा बन जाएगी।
विकासशील देशों में भी पहुंचाई जाएगी दवा
इसे उन विकासशील देशों में पहुंचाने के प्रयास भी तेज हो रहे हैं, जिन्होंने अपनी आबादी का टीकाकरण करने के लिए संघर्ष किया है। बता दें कि कोविड वैक्सीन के आने के लगभग 9 महीने बाद 55 से अधिक देशों ने अभी तक अपनी 10 फीसदी आबादी का टीकाकरण नहीं किया है. करीब दो दर्जन से अधिक देशों का यह आंकड़ा 2 फीसदी का है।