कोरोना अभी थमा ही था कि एक नए वायरस ने चिंता बढ़ा दी है। चीन में रहस्यमयी निमोनिया जैसी खतरनाक बीमारी तेजी से बढ़ रही है। मुख्यतौर पर बच्चों को यह बीमारी बहुत जल्दी चपेट में ले रही है। इस बीमारी के कारण तेजी से अस्पतालों में भी भीड़ बढ़ रही है। इससे बच्चों के अस्पतालों में हालात भी मुश्किल होते जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बयान जारी करते हुए इस पर चिंता जताई है और लोगों को अलर्ट रहने के लिए भी कहा है। इशके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों से बच्चों के बीच फैलती इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी देने के लिए कहा है।
बच्चों को लेकर परेशान हुए पेरेंट्स
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें अज्ञात निमोनिया को कहर चीन में तेजी से बढ़ता हुआ दिख रहा है। बीजिंग के लियाओनिंग में बाल चिकित्सा अस्तपाल बीमार बच्चों से भर गया है। हालात यह है कि कई सारे शहरों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। जो वीडियो सामने आया है उसमें अस्पतालों में भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग अपने बच्चों को इलाज को लेकर भी परेशान दिख रहे हैं। उन्होंने बताया है कि अभी इस बीमारी का कोई इलाज नहीं मिल पाया है।
यह शहर भी आए चपेट में
उत्तरी चीन भी इस खतरनाक बीमारी की चपेट में आया है। बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में इस रहस्यमयी बीमारी से प्रभावित बच्चे सबसे ज्यादा नजर आ रहे हैं। इस रहस्यमयी न्यूमोनिया में बच्चों को फेफड़ों में दर्द और तेज बुखार जैसी परेशानी होती है। फेफड़ों में दिक्कत होने के कारण बच्चों को इस बीमारी में सांस लेने में भी दिक्कत होनेलगती है। इस बीमारी के तेजी से फैलने के कारण इन शहरों में स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। ओपन एक्सेस सर्विलांस प्लेटफॉर्म प्रोमेड ने चीन में फैल रहे इस न्यूमोनिया पर कहा कि - 'खासतौर से बच्चों को प्रभावित करने वाली यह बीमारी एक महामारी के रुप में भी बदल सकती है।'
डब्यलूचओ ने दिए निर्देश
न्यूमोनिया के बढ़ते खतरे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि सांस की इस बीमारी के जोखिम को कम करने के लिए लोग हर तरह के स्वास्थ्य नियमों का पालन करें। साथ ही डब्लयूएचओ ने बच्चों में निमोनिया के क्लस्टर पर विस्तृत जानकारी के लिए चीन से ज्यादा जानकारी देने के लिए भी आधिकारिक अनुरोध किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अक्टूबर के मध्य से उत्तरी चीन में पिछले तीन सालों की इसी अवधि की तुलना में इंफ्लुएंजा जैसी बीमरी में भी वृद्धि दर्ज की गई है।