वैजाइना डिस्चार्ज होना महिलाओं की नॉर्मल प्रॉब्लम है जिससे घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं। मगर, वैजाइना डिस्चार्ज का असामन्य रंग गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है। वहीं, अगर हरे रंग का चिपचिपा, बदबूदार वैजाइना डिस्चार्ज को हल्के में लेना भी परेशानी का कारण बन सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि महिलाओं में हरे रंग का डिस्चार्ज क्यों होता है और यह किन बीमारियों का संकेत है।?
ग्रीन डिस्चार्ज क्या है?
एक स्वस्थ योनि स्राव स्थिरता पानी से चिपचिपा तक हो सकती है और इसका रंग सफेद हो सकता है। इसमें हल्की गंध भी होती है लेकिन इसमें तेज महक नहीं होती। मगर, हरे रंग का स्राव एक सामान्य घटना नहीं है और इसके लिए चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है। यह अगंभीर संक्रमण का संकेत भी देता है, खासकर जब वो बदबूदार हो।
ट्राइकोमोनिएसिस
ट्राइकोमोनिएसिस एक यौन संचारित संक्रमण (एसटीटी) है, जिसमें हरे रंग के स्राव का सबसे आम लक्षण है। इसके अलावा ग्रीन डिस्चार्ज बैक्टीरिया या यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) का संकेत भी हो सकता है।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी)
पीआईडी एक महिला के प्रजनन अंग में होने वाला जीवाणु संक्रमण है। यह दो तरह का होता है जिन्हें गोनोरिया और क्लैमाइडिया कहा जाता है। इसमें ग्रीन, पीला रंग का डिस्चार्ज होता है, जिसमें बदबू आती है। इसमें जलन, खुजली और दर्द भी महसूस हो सकती है।
वुल्वोवाजिनाइटिस
यह vulvovaginitis का संकेत भी हो सकता है, जिससे योनि में सूजन हो जाती है। यह अक्सर केमिकल्स वाले साबुन और सुगंधित उत्पादों के यूज से हो सकता है। इससे ग्रीन डिस्चार्ज हो सकता है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस
कई मामलों में बैक्टीरियल वेजिनोसिस संक्रमण के कारण भी ग्रीन डिस्चार्ज हो सकता है। ऐसे में चिंता ना करें और एक्सपर्ट से सलाह लें।
प्रेगनेंसी में हरे रंग का योनि स्राव का क्या मतलब है?
प्रेगनेंसी में हरे रंग के योनि स्राव आम है, इसे लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं। हालांकि प्रेगनेंसी में हरे रंग का स्राव क्लैमाइडिया, ट्राइकोमोनिएसिस, गोनोरिया और बैक्टीरियल वेजिनोसिस का संकेत भी हो सकता है इसलिए अपने एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।