इस साल शारदीय नवरात्रि 17 अक्तूबर को शुरू हो रहे हैं। पूरे नौ दिन चलने वाले इस त्योहार में दुर्गा मां के नौ अलग-अलग रुपों की पूजा की जाती है। ऐसे में बहुत लोग माता रानी की कृपा पाने के लिए व्रत भी रखते हैं। व्रत के खाने की करें तो इसमें आलू, मूली, कट्टू व सिंघाड़े का आटा आदि का इस्तेमाल किया जाता है। मगर बात हम नमक की करें तो इसमें साधारण की जगह सेंधा नमक को खाया जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि व्रत के दौरान सेंधा नमक का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? तो चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते हुए सेंधा नमक खाने से मिलने वाले फायदों के बारे में बताते हैं।
व्रत में खाया जाता है सेंधा नमक
असल में, साधारण नमक को सी- साल्ट यानि समुद्री नमक कहा जाता है। इसे तैयार होने में कई कैमिकल्स प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। ऐसे में पूरी तरह से शुद्ध न होने पर यह सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं होता है। इसके विपरित सेंधा नमक को पहाड़ी या रॉक- साल्ट के नाम से जाना जाता है। साथ ही खारा और आयोडिन कम होने से यह नमक एकदम शुद्ध व हल्का होता है। ऐसे में पौष्टिक गुणों से भरपूर होने के कारण सेहत का अच्छे से ध्यान रखता है। ऐसे में बिना किसी परेशानी के व्रत में सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जा सकता है। तो चलिए अब जानते हैं सेंधा नमक खाने से सेहत को मिलने वाले फायदों के बारे में...
- सेंधा नमक में आयोडिन की मात्रा कम होने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
- आंखों के आसपास पड़ी सूजन कम होती है।
- इसके सेवन से शरीर को सभी उचित तत्व आसानी से मिल जाते हैं।
- पाचन तंत्र मजबूत होने से पेट से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम रहता है।
- शरीर में दिनभर एनर्जी बनी रहती है।
- तनाव व थकान कम होने में मदद मिलती है।
- इसके सेवन से भूख कम लगती है। ऐसे में शरीर का वजन बढ़ने की परेशानी से भी राहत मिलती है।
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होने के साथ शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकलते हैं।
- मांसपेशियों को मजबूती मिलने से जोड़ों व शरीर के अन्य हिस्सों में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
- जिन लोगों को पथरी की समस्या होती है। उन्हें सेंधा नमक में नींबू की कुछ बूंदें मिलाकर सेवन करने से पथरी गलने में मदद मिलती है।