
नारी डेस्क: पूर्णिमा की तिथि को धार्मिक दृष्टि से बहुत खास माना जाता है। कहते हैं कि यदि इस दिन पूरी श्रद्धा और भक्ति से पूजा की जाए, तो व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा, यह दिन पितरों की नाराजगी दूर करने और पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। माघ माह की पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा कहते हैं, जो इस बार 12 फरवरी, बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन पितरों की तृप्ति के लिए स्नान, दान और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। माना जाता है कि अगर जीवन में लगातार संकट आ रहे हों या घर में कलह हो, तो यह पितृ दोष का संकेत हो सकता है। ऐसे में कुछ उपाय करके पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है।
माघ पूर्णिमा पर पितृ दोष से मुक्ति के उपाय
सूर्यदेव को अर्घ्य देना
माघ पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर सूर्य देव को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। इस दौरान पितरों का ध्यान करें और “ॐ पितृभ्यः नमः” मंत्र का जाप करें। यह घर की खुशहाली के लिए अच्छा माना जाता है।

गंगा स्नान और तर्पण
माघ पूर्णिमा के दिन यदि संभव हो तो गंगा स्नान करें और पितरों को तर्पण दें। गंगा के अलावा किसी भी पवित्र नदी में स्नान कर सकते हैं, या फिर गंगाजल का उपयोग करके घर में स्नान कर सकते हैं। तर्पण करते समय उसमें तिल डालना न भूलें।
दीप जलाना
माघ पूर्णिमा के दिन घर में चौमुख दीपक जलाना शुभ होता है। इसके साथ ही पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए पितृ स्तोत्र का पाठ करें। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं।
भोजन का दान
पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए भोजन का दान किया जा सकता है। इसके अलावा गाय, कुत्ते या कौवे को रोटी खिलाना भी शुभ माना जाता है। इससे पितरों को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

चंद्रमा को अर्घ्य देना
पूर्णिमा की रात चंद्रमा को अर्घ्य देना बहुत महत्वपूर्ण होता है। कच्चे दूध में सफेद फूल डालकर चंद्रमा को अर्घ्य देने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
इन उपायों को अपनाकर माघ पूर्णिमा के दिन पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है और घर में सुख-शांति आ सकती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.