फ्रांस की नन और दुनिया की सबसे उम्रदराज़ महिला ल्यूसिल रैंडन ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।ल्यूसिल रैंडन का जन्म 11 फरवरी, 1904 को दक्षिणी फ्रांस में हुआ था, उन्होंने 118 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। ।गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने जापान के 119 वर्षीय केन तनाका के निधन के बाद अप्रैल 2022 में रैंडन को दुनिया का सबसे उम्रदराज जीवित व्यक्ति माना था। रैंडन दोनों विश्वयुद्ध (World War) देख चुकी थीं
सैंटे-कैथरीन-लेबर नर्सिंग होम के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि- बहुत दुख है लेकिन यह उसकी अपने प्यारे भाई से जुड़ने की इच्छा थी। उसके लिए यह एक मुक्ति है। बताया गया कि नर्सिंग होम में सोते समय रैंडन की नींद में मृत्यु हो गई। सुश्री रैंडन जिन्हें सिस्टर आंद्रे के नाम से भी जाना जाता था ने 26 साल की उम्र में कैथोलिक धर्म में अपना लिया और बाद में 41 साल की उम्र में डॉटर्स ऑफ चैरिटी में एक नन के रूप में शामिल हो गयी।
रैंडन विशेष रूप से अपनी वृद्धावस्था के बावजूद 2021 में कोविड-19 से बच गई। रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपने डीएनए का परीक्षण करने के अनुरोधों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि केवल भगवान ही जानते हैं उनकी लंबी उम्र का रहस्य। सबसे अधिक उम्र तक पहुंचने का रिकॉडर् दक्षिणी फ्रांस के जीन कैलमेंट का है, जिनका 1997 में 122 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
रैंडन ने एक बार कहा था कि उनके काम और दूसरों की देखभाल ने उन्हें चौकन्ना रखा था। लोग कहते हैं कि काम मारता है, मेरे लिए काम ने मुझे जीवित रखा, मैं 108 साल की उम्र तक काम करती रही। केन की 1922 में हिदेओ तनाका से शादी हुई थी. उन्होंने चार बच्चों को जन्म दिया था और पांचवें को गोद लिया था।