शादी और पार्टनर रखने के मामले में ज्यादातर लोग यहीं सोचते हैं कि इस मामले में पुरुष ही महिलाओं से आगे होंगे लेकिन देश के कुछ राज्यों में ऐसा सोचना गलत साबित हो गया है। जी हां देश में 6 राज्य ऐसे हैं जहां महिलाओं के पुरुष की तुलना में अधिक लाइफ पार्टनर हैं। उनमें राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, मध्य-प्रदेश, असम और केरल शामिल हैं। एनएफएचएस आंकड़ों की मानें तो देश के कई बड़े राज्य जैसे राजस्थान मध्यप्रदेश, असम और तमिलनाडू ऐसे हैं जहां पुरुषों की तुलना में महिलाओं के जीवनसाथी रखने की औसतन दर ज्यादा है।
2019-20 के एनएचएफएस सर्वेक्षण में साबित हुई बात
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएचएफएस) के 2019-20 के दौरान एकत्रित किए गए आंकड़ों के अनुसार, देशभर में वैसे तो पुरुषों के ज्यादा पार्टनर हैं। परंतु महिलाएं भी इस मामले में पुरुषों से पीछे नहीं है। आंकड़ों के अनुसार, पुरुषों के औसतन 1.7 सेक्शुअल पार्टनर हैं। वहीं महिलाओं की अगर बात करें तो उनके सेक्शुअल पार्टनर 1.5 हैं। ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के औसतन आंकड़ों के अनुसार, 1.8 पार्टनर हैं, जबकि यही आंकड़ा शहरों में पुरुषों का है।
4 प्रतिशत पुरुषों ने रखें महिलाओं की तुलना में अधिक यौन संबंध
एनएफएचएस आंकड़ों के मुताबिक, औसतन राज्यों में जहां पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के अधिक यौन साथी थे लेकिन देश में 4 प्रतिशत पुरुष ऐसे हैं जिन्होंने उन महिलाओं से यौन संबंध रखे जो ना तो उनकी जीवनसाथी थी और ना ही वह उनके साथ रहते थे जो महिलाओं की तुलना में 0.5 प्रतिशत अधिक था।
राज्यों का है ये आंकड़ा
राजस्थान में महिलाओं का औसतन आंकड़ा 3.1 है तो पुरुषों का 1.8। मध्य प्रदेश में महिलाओं का 2.5 और पुरुषों का 1.6 आंकड़ा है। केरल में महिलाओं का 1.4 और पुरुषों का औसतन आंकड़ा कम से कम 1.0 है। जम्मू-कश्मीर में महिलाओं का 1.5 और पुरुषों का 1.1 औसतन पार्टनर है। हरियाणा में महिलाओं का 1.8 और पुरुषों का औसतन आंकड़ा1.5 का है। असम में महिलाओं का आंकड़ा 2.1 और पुरुषों का 1.8 है।
जीवनसाथी के अलावा किसी और के साथ संबंधों में आगे रहे पुरुष
जब विवाहित महिला और पुरुष के आंकड़े लिए गए तो उसमें महिलाओं से आगे पुरुष आए। सर्वे के अनुसार, 3.6 प्रतिशत ऐसे पुरुष हैं जो अपने जीवनसाथी के अलावा भी कई और महिलाओं से संबंध बनाते हैं। वहीं दूसरी ओर महिलाओं का यही आंकड़ा 0.5 रहा। हाई रिस्क सेक्शुअल इंटरकोर्स के अंतर्गत किए गए इस अध्ययन में यह बात सामने आई कि इस सर्वे में 1.1 लाख महिलाएं और 1 लाख पुरुष शामिल किए गए थे।