हमेशा से ही महिलाएं अपनी सेहत और ब्यूटी को लेकर काफी सजग रहती है। ऐसे में वे कुछ ऐसी चीजों को भी सच मान बैठती है जो बस मिथ कहे जा सकते है। इसके साथ ही कभी-कभी ये मिथ ही उन्हें नुकसान पहुंचाने का काम करती है। इसलिए जरूरी है कि स्किन केयर प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने से पहले चीजों को अच्छे से जान लेना। आज के समय में भी स्किनकेयर को लेकर कई मिथ देखने को मिलते है जिसमें से सबसे बड़ा मिथ है एक सफेद बाल तोड़ने से उसकी जगह कई सफेद बालों का उगना। मगर असल में इस बात में कितनी सच्चाई है ये आज हम आपको बताते है। इसके साथ ही कुछ ऐसे मिथ के बारे में जानते है जिसे शायद आप भी सच मानते हो...
मिथ 1
चाहे ऐसे कई स्किनकेयर प्रोडक्ट्स है जिसे यूज किए बिना भी हम अपनी स्किन की अच्छे से देखभाल कर सकते है। मगर कुछ लड़कियों का मानना है कि ज्यादा ऑयली स्किन होने पर मॉइस्चराइज इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हकीकत में यह बस एक मिथ है। असल में स्किन चाहे किसी भी टाइप की हो उसे मॉइस्चर करना बेहद जरूरी है। इसका इस्तेमाल करने से यह स्किन को सॉफ्ट करने के साथ उसमें नमी बरकरार रखने में मदद करती है। इसके अलावा यह चेहरे पर पिंपल्स, दाग-धब्बे और समय से पहले उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने में फायदेमंद होती है।
मिथ 2
ऐसा तो आपने किसी को कहते जरूर सुना होगा कि सफेद बाल नहीं तोड़ने चाहिए। क्योंकि एक सफेद बाल तोड़ने से कई नए सफेद बाल उगने लगते है। मगर यहां आपको बता दें कि यह पूरी तरह से सच नहीं है। असल में एक बाल को उखाड़ने से उसके आसपास की जगह पर असर पड़ सकता है। ऐसा करने से उसके आस जगह पर नए सफेद बाल आने की जगह वहां नए बाल उगने बंद हो सकते है। ऐसे में सफेद बालों की परेशानी होने पर उसे तोड़ने की जगह काटना सही होगा। ऐसा करने से बाल कूप को कोई नुकसान नहीं होगा।
मिथ 3
बहुत सी महिलाएं सोचती है कि लेजर हेयर रिमूवल ट्रीटमेंट लेकर बॉडी के अनचाहे बालों से हमेशा के लिए छुटकारा मिलता हैं। जबकि ऐसा सोचना गलत हैं, असल में यह ट्रीटमेंट स्थायी नहीं है। यह सिर्फ अनचाहे बालों को दूर कर इन्हें दोबारा आने से रोकता है। हां यह जरूर सच है कि लेजर हेयर रिमूवल ट्रीटमेंट लेने से बालों की ग्रोथ कम हो जाती है। इसके अलावा हर एक का इस पर अपना एक अलग अनुभव हो सकता हैं।
मिथ 4
आजकल झुर्रियों की समस्या से परेशान महिलाएं एंटी- एजिंग क्रीम का इस्तेमाल जरूर करती है। जबकि ऐसा इस क्रीम को बनाई जाने वाली चीजों पर निर्भर करता है। असल में एक क्रीम एक महिला की स्किन टाइप पर सूट करती है तो वही क्रीम दूसरे पर उतना अच्छा असर नहीं दिखा पाती है। हां कई एंटी- एजिंग क्रीम झुर्रियों को कम करने में फायदेमंद होती है। कुछ क्रीम इसके असर को कम करती है तो कुछ ऐसी भी होती है जिसको लगाना छोड़ दें तो यह उल्टा प्रभाव डालने लगती है।
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