ब्रिटेन की राजनीति में ऐतिहासिक बदलाव हुआ है। यहां के आम चुनाव में भारतीय मूल के लगभग 26 सांसद वहां की संसद के निचले सदन 'हाउस ऑफ कॉमन्स' के लिए चुने गए। इसी बीच भारतीय मूल की 29 वर्षीय ब्रिटिश सांसद शिवानी राजा काफी चर्चा में रही। शिवानी ने कंजर्वेटिव पार्टी के लिए लीसेस्टर ईस्ट सीट पर ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिससे इस निर्वाचन क्षेत्र में लेबर पार्टी का 37 साल का वर्चस्व खत्म हो गया।
अब शिवानी राजा की ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देख हर भारतीय को गर्व होगा। उन्होंने ब्रिटेन की संसद में हाथ में श्रीमद् भगवद् गीता गीता पकड़कर शपथ ली। इसके बाद उन्होंने X पर लिखा कि लीसेस्टर ईस्ट का प्रतिनिधित्व करने के लिए संसद में शपथ लेना सम्मान की बात है। उन्होंने लिखा- मुझे गीता पर महामहिम राजा चार्ल्स के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ लेने पर वास्तव में गर्व है ।
शिवानी की जीत को लीसेस्टर सिटी के हालिया इतिहास से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां साल 2022 में भारत-पाकिस्तान टी-20 एशिया कप मैच के बाद भारतीय हिंदू समुदाय और मुसलमानों के बीच संघर्ष हुआ था। उन्होंने भारतीय मूल के लेबर उम्मीदवार राजेश अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था। दरअसल लीसेस्टर ईस्ट 1987 से लेबर का गढ़ रहा है। शिवानी की जीत से 37 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है जब इस सीट पर कंजर्वेटिव उम्मीदवार को सफलता मिली है।
बता दें कि लेबर पार्टी में सबसे अधिक संख्या में भारतीय प्रवासी उम्मीदवार विजयी हुए हैं। वरिष्ठ पार्टी नेता सीमा मल्होत्रा अपने फेलथम और हेस्टन निर्वाचन क्षेत्रों में बड़े अंतर से जीत गई हैं। पूर्व सांसद कीथ वाज की बहन और गोवा मूल की वालेरी वाज वाल्सॉल और ब्लॉक्सविच में विजयी हुई हैं। लीजा नंदी को विगान में सफलता मिली है। लिबरल डेमोक्रेट्स ने 60 से अधिक सीट हासिल करके सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया। इनमें भारतीय मूल की मुनीरा विल्सन को ट्विकेनहैम निर्वाचन क्षेत्र से फिर से जीत हासिल हुई है।