खूबसूरत दिखने के चक्कर में लड़कियां सस्ते-महंगे कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीद लेती हैं। कुछ लड़कियां तो मेकअप के बिना घर से बाहर ही नहीं निकलती लेकिन रोजाना यूज किए जाने वाले ये प्रोडक्ट्स कैंसर, थायराइड समेत कई गंभीर बीमारियां का कारण बन सकते हैं।
ब्यूटी प्रोडक्ट्स में मिला जहरीला केमिकल
दरअसल, हाल ही में दुनिया के सबसे शीर्ष मेकअप ब्रांड के ब्यूटी प्रोडक्ट्स में जहरीला फ्लोरीन केमिकल मिला है। अमेरिका व कनाडा में यूज किए जा रहे मस्कारा, फाउंडेशन, नेल पेंट, लिप बाम, आईलाइनर, ब्लशर, लिपस्टिक की जांच की, जिसके आधे से ज्यादा नमूनों में खतरनाक केमिकल्स मिले।
लिपस्टिक लगाने वाली लड़कियां खा चुकी हैं कई पाउंड जहर
वैज्ञानिकों के कारण फ्लोरीन रसायन इतने गतिशील होते हैं कि शरीर में आसानी से घुस जाते हैं। वहीं, स्किन में भई यह केमिकल आसानी से अब्जॉर्ब हो जाता है। जो लड़कियां नियमित लिपस्टिक लगाती हैं वह कई पाउंड जहर खा चुकी हैं।
दे सकत है कैंसर सहित कई बीमारियां
इनमें वाटरप्रूफ मस्कारा के 82%, लिक्विड लिपस्टिक के 62% और फाउंडेशन के 63% ब्रांड शामिल है। बता दें कि यह खतरनाक केमिकल कैंसर, बर्थ डिफेक्ट, लिवर प्रॉब्लम्स, थायराइड, कमजोर इम्यूनिटी और हार्मोन्स में गड़बड़ी का कारण बन सकती है। इन प्रोडक्ट्स में फ्लोरीन की मात्रा इतनी ज्यादा थी कि वैज्ञानिक भी हैरान रह गए। बता दें कि प्रोडक्ट्स पर किया गया यह अब तक का पहली ऐसी रिसर्च है।
80% कंपनियों के प्रोडक्ट्स में जहर
शोधकर्ताओं ने लॉरियल, कवर गर्ल, उल्टा, मैक, स्मैशबॉक्स, क्लिनिक, नार्स, एस्टी लॉर जैसी 80 कंपनियों के प्रोडक्ट्स की जांच की। हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं किया गया कि किस कंपनी के किन प्रोडक्ट्स में जहरीला केमिकल मिला है।
प्रोडक्ट्स की सही जानकारी नहीं देती कंपनियां
शोध में कहा गया कि 80% कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स के इन्ग्रेडिएंट्स की सही जानकारी नहीं देते हैं। वहीं, कई कंपनियों ने भी प्रोडक्ट्स के लेवल पर फ्लोरीन की जानकारी नहीं दी। ऐसे में उपभोक्ता का केमिकल से बचना असंभव हो जाता है। जबकि सिर्फ 48% कंपनियों के प्रोडक्ट्स में ही जहरीले केमिकल्स नहीं थे यानि प्रोडक्ट्स इसके बिना भी तैयार किए जा सकते हैं।
सरकार को चाहिए कि इन केमिकल्स को ब्यूटी प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल करने पर रोक लगाए, ताकि इससे होने वाले नुकसान से बचा जा सके।