
नारी डेस्क: महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में रविवार, 19 जनवरी को एक भीषण आग लग गई। इस आग की वजह से 18 शिविर जलकर राख हो गए, लेकिन राहत की बात यह है कि किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई। आग गैस सिलेंडर के फटने से लगी, जिससे आग तेजी से फैल गई।
आग लगने का कारण
यूपी सरकार की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि गीता प्रेस गोरखपुर के शिविर की रसोई में एक छोटा गैस सिलेंडर लीक हो गया था। जब सिलेंडर से चाय बनाई जा रही थी, तभी सिलेंडर से गैस लीक होने लगी और इससे आग लग गई। आग की लपटें रसोई में रखे करीब दो गैस सिलेंडरों तक पहुंची, जिससे वे भी फट गए। आग के फैलने से पास के 40 घास-फूंस की झोपड़ियां और श्री संजीव प्रयागवाल के छह टेंट जलकर राख हो गए।
आग बुझाने की प्रक्रिया
आग लगने के बाद फायर सर्विस और पुलिस की मदद से स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाया। करीब एक घंटे बाद, यानी 5 बजे तक आग पूरी तरह बुझा दी गई। हालांकि, इस घटना में एक व्यक्ति, जसप्रीत, घायल हो गया। आग के दौरान वह भागते हुए गिर पड़ा और उसे चोट आई। उसे तुरंत इलाज के लिए महाकुंभ के केंद्रीय चिकित्सालय लाया गया और बाद में उसे स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। चिकित्सकों ने बताया कि उसकी स्थिति अब खतरे से बाहर है।
गीता प्रेस के ट्रस्टी का बयान
गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमका ने इस घटना के बारे में बताया कि उनका शिविर बहुत सावधानी से तैयार किया गया था। सभी को आग से संबंधित किसी भी काम को करने से मना किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी रसोई पक्की और टीन शेड से बनी हुई थी, लेकिन आग किसी और जगह से आई और उनके शिविर तक पहुंच गई। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि आग से बचने के लिए जो जगह सुरक्षित रखी गई थी, वह अन्य लोगों को दी गई थी, जिससे आग फैल गई।
इस घटना के बाद, महाकुंभ मेले के प्रशासन ने सुरक्षा के प्रति अपनी सतर्कता को बढ़ाया और आग से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए।