बचपन अपनी मर्जी, खूब सारा प्यार और जिंदगी को जीने का समय होता है इस दौरान बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है। इसलिए माता-पिता को इस दौरान बच्चे के साथ रहना जरुरी है। उनके साथ रहकर बच्चे को अच्छी परवरिश दें बढ़ती उम्र के साथ उन्हें सोशल बनाएं ताकि वह लोगों से अच्छी तरह घुल मिल सकें। परंतु कुछ बच्चे अपने पेरेंट्स के बहुत ही करीब होते हैं माता-पिता के बिना कहीं भी जाना पसंद नहीं करते। कई बार तो ऐसी परिस्थिति में बच्चों को स्कूल छोड़ना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आपके बच्चे भी आपके साथ काफी कनेक्टेड हैं तो आप इन तरीकों से उन्हें हैंडल कर सकते हैं।
बच्चे की करें तारीफ
खासकर वर्किंग पेरेंट्स बच्चों को समय नहीं दे पाते ऐसे में बच्चे हर समय उनके साथ रहने की जिद्द करते हैं। ऐसे में आप जब भी ऑफिस से वापिस आए तो उनकी तारीफ जरुर करें। इससे बच्चे में थोड़ा हौसला आएगा और वह अपने पेरेंट्स को खुश रखने के लिए अलग-अलग प्रयास करेगा। इस तरीके से बच्चे फिर से स्ट्रेस से दूर रहेंगे।
समझने की करें कोशिश
आप अपने बच्चों को समझने की कोशिश करें। उन्हें यह एहसास दिलवाएं कि आप उनकी भावनाओं को समझ रहे हैं इससे बच्चे को थोड़ी राहत मिलेगी कि आप उसे समझ रहे हैं। इसके अलावा आप उन्हें हौंसला देने के लिए यह कह सकते हैं कि काश मैं आपके साथ रह पाती, हम दोनों साथ में एंजॉय कर पाते परंतु मुझे काम पर जाना होगा। इससे उन्हें यह एहसास होगा कि आप उनसे प्यार करते हैं। इससे बच्चे जल्दी आपके पास आएंगे।
लोगों के साथ मिलाना सिखाएं
यदि आप खुद लोगों के साथ अच्छे से घुल मिल जाएंगे तो बच्चे भी आसानी से आपका यह नेचर फॉलो करेंगे। इस तरह वह घर की हर किसी तरह के माहौल में रहना सिख पाएंगे। लोगों के साथ बात करके बच्चे ज्यादा एक्सप्रेसिव भी होने लगते हैं। इससे बच्चे जिद करना भी छोड़ देंगे और उनका सर्कल बढ़ने लगेगा।
अपने काम खुद करना सिखाएं
अगर आप वर्किंग है तो बच्चों को उनके छोटे-छोटे काम करने की आदत खुद डालें। इससे उनका कॉन्फिडेंस तो बढ़ेगा ही साथ में वह अपने काम खुद करना सिख पाएंगे। अपना बिस्तर सेट करना, पानी फ्रिज से लाना, सनैक्स खाना, खिलौने अपनी जगह से निकालना और रखना जैसे काम आप बच्चे को खुद करने के लिए दें। इस तरह आपके न होने पर भी बच्चे अपना ख्याल खुद रख पाएंगे।
ज्यादा सख्ती से न आएं पेश
अगर बच्चे आपके बिना नहीं रह पाते और रोने लगते हैं तो आप उनके साथ सख्ती से न पेश आएं। उन्हें समझाएं और इस चीज को मैनेज करने की कोशिश करें। यदि आपके बच्चे आपके साथ अटैच हैं तो यह माता-पिता के लिए अच्छी बात है। आप बच्चे को समझाएं कि आप जल्दी आएंगे और उनके लिए स्पेशल चीजें लेकर आएंगे। यदि आपने बच्चे के लिए केयर टेकर रखे हैं तो उनसे कहें कि वह आपके बच्चे को अच्छा माहौल दें। इससे उन्हें अच्छा महसूस होगा और यदि आप उन्हें अकेले छोड़कर भी जाते हैं तो बच्चे अकेला फील नहीं करेंगे ।