ताजनगरी आगरा में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ताजमहल की 2 फीट तक की दीवारें यमुना के पानी में डूब गई हैं। इसमें हर घंटे 10 सेंटीमीटर पानी की बढ़ोत्तरी हो रही है। यमुना लो फ्लड लेवल से दो फीट से अधिक ऊपर बह रही है जिससे कई निचले इलाकों में पानी भरना शुरू हो गया है।
आखिरी बार साल 1978 में भारी बाढ़ के दौरान यमुना ने ताज महल की पिछली दीवार को छुआ था। ताजमहल के पीछे बने ताज व्यू पॉइंट पर भी यमुना नदी का पानी पहुंच गया है, जिसके चलते आम पर्यटकों के लिए इसे बंद कर दिया गया है।
इतिमादुद्दौला के मकबरे के बाहरी हिस्सों में भी पानी घुस गया है। इससे रामबाग, मेहताब बाग, ज़ोहरा बाग, काला गुंबद और चीनी का रौज़ा जैसे स्मारक भी खतरे में पड़ सकते हैं। साथ ही ताजमहल के पीछे महताब बाग के पास में बनी ताज सुरक्षा पुलिस चौकी में भी यमुना नदी का पानी भर गया है।
अधिकृत सूत्रों ने बताया कि यमुना में गोकुल बैराज से हर घंटे पानी छोड़ा जा रहा है। दस घंटे में यमुना का जलस्तर एक फीट बढ़ रहा है। जिला प्रशासन द्वारा यमुना के तटवर्ती इलाकों में लगातार मुनादी कराई जा रही है। लोगों से नदी किनारे न जाने की अपील की जा रही है। लो फ्लड लेवल को पार करने के बाद कई इलाकों में पानी घुस गया। ता
ताजमहल के पीछे बने गाडर्न में भी यमुना का पानी भर गया है। एत्माद्दौला स्मारक से सटकर यमुना बह रही है। प्रशासन की ओर से यमुना के सभी घाटों पर बेरिकेडिंग करा दी गई है। शहरी क्षेत्र के 28 इलाकों को चिन्हित किया गया है। जलस्तर और बढ़ने पर सबसे पहले इन इलाकों में पानी घुसेगा। सिंचाई विभाग इन इलाकों की सूची जारी करते हुए लोगों से अलर्ट रहने को कहा है।