घर के मुख्य द्वार से सभी का आना-जाना होता है । इससे से ही घर में पॉजिटिव और नेगेटिव एनर्जी प्रवेश करती है। ऐसे में वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार बेहद मायने रखता है। घर-परिवार की सेहत, खुशहाली के लिए घर का मुख्य द्वार वास्तुदोष से मुक्त होना चाहिए। तो चलिए है घर के मुख्य द्वार से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स...
पॉजिटिव एनर्जी के लिए
घर की गृहणी को रोज सुबह घर के मुख्य द्वार पर गंगाजल छिड़कना चाहिए। इससे घर में पैसों की कमी दूर होती है। इसके साथ ही रातभर की इकट्ठी हुई नेगेटिव एनर्जी दूर होती है।
सुख-समृद्धि के लिए
घर में सुख-शांति, समृद्धि, खुशहाली के लिए मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं। आप चाहें तो प्रवेश द्वार पर रंगोली भी बना सकते हैं। इसके साथ यह घर को वास्तु दोष से मुक्त करने का काम करता है।
खुशहाली के लिए
घर-परिवार में सेहत और बरकरार रखने के लिए मुख्य द्वार पर तोरण लगाएं। तोरण बनाने के लिए आप अशोक,आम, पीपल, बिल्वपत्र और कनेर के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है।
सुख-शांति के लिए
वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार हमेशा पूर्व- पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
अच्छी सेहत के लिए
घर का मेन गेट 2 पल्लों वाला और मजबूत होना चाहिए। इससे परिवार वालों की सेहत सही रहती है।
ध्यान में रखें ये बातें
- घर का मेन गेट टूटा, सड़ा या खराब नहीं होना चाहिए नहीं तो घर में नेगेटिविटी बढ़ती है।
- घर का मुख्य दरवाजा हमेशा अंदर की ओर खुलना चाहिए। बाहर की तरफ दरवाजा खुलने से बुरे समाचार मिलने के ज्यादा चांसिस होते है।
- इसके साथ ही घर का मेन गेट बिल्कुल साफ-सुथरा और पौधों से सजा रखें।
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