हर साल 8 मई को थैलेसीमिया बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए World Thalassemia Day मनाया जाता है। थैलेसीमिया एक तरीके का बल्ड डिसऑर्डर है और ये जेनेटिक है तो पेरेंट्स से बच्चों को आता है। इस बीमारी में खून में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। इस दौरान मरीज के शरीर में खून नहीं बन पाता है। शरीर में हर वक्त खून की कमी रहती है। ऐसे में कई और स्वास्थय समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ये एनीमिया और थकान का कारण बनती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को बार-बार खून चढ़ाने की जरुरत पड़ती है। इस दौरान खाने-पीने का बहुत ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है। ऐसे में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने वाले फूड्स का सेवन करना चाहिए। थैलेसीमिया के मरीज को किस तरह के फूड्स डाइट में शामिल करने चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए...
फॉलिक एसिड
थैलेसीमिया की बीमारी से पीड़ित लोगों को फॉलिक एसिड से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए। आप मटर, नाशपाती, पालक, अनानास , केला और बींस आदि का सेवन कर सकते है। ये शरीर में नई ब्लड सेल्स बनाने में मदद करते हैं।
विटामिन बी 12
विटामिन बी12 से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए। दूध और पत्तेदार का सेवन करें। सब्जियों को अच्छे से पकाकर खाएं।
विटामिन सी
थैलेसेमिया के दौरान विटामिन सी से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए। खट्टे फलों में विटामिन सी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। खट्टे फलों में संतरा, कीवी , नींबू, शिमला मिर्च और स्ट्रॉबरी आदि खा सकते हैं।
आयरन से भरपूर फूड्स
थैलेसेमिया के मरीजों को आयरन से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है। शरीर से आयरन की कमी दूर होती है। आप आयरन से भरपूर फूड्स जैसे पालक, सेब, किश्मिश, चुकंदर, अनार, अंजीर और बादाम आदि का सेवन कर सकते हैं। इनका सेवन करने से शरीर में ब्लड सेल्स बढ़ेंगे। आप डॉक्टर से सलाह लेकर आयरन से भरपूर सप्लीमेंट ले सकते हैं।
इन चीजों से करें परहेज
मैदा, चना, उड़द दाल, बैंगन, भिंडी, फास्ट फूड, जंक फूड, बेकरी प्रोडक्ट्स और ऐसी चीजें जिसमें बहुत ज्यादा मात्रा में नमक और कैफिन युक्त ड्रिंक जैसे चाय और कॉफी से परहेज करना चाहिए।