प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल से निपटने के लिए देश को 'आत्मनिर्भर भारत' का मंत्र दिया थी। इसी से प्रेरित होकर मध्य प्रदेश की एक लड़की श्वेता पालीवाल ने ऐसा काम कर दिखाया है, जो हर किसी के लिए मिसाल बन गया है।
श्वेता ने गोबर से बनाई राखियां
दरअसल, मध्य प्रदेश इंदौर की रहने वाली श्वेता पालीवाल ने रक्षाबंधन पर्व को ध्यान में रखते हुए गोबर से राखियां बनाई है। यही नहीं, उन्होंने गणेश चतुर्थी के लिए गोबर से ही इको-फ्रेंडली सजावट का सामान भी तैयार किया है। चीनी सामान का बहिष्कार करने वाली श्वेता भारतीय वस्तुओं को प्रमोट कर रही हैं।
पानी में आसानी से घुल जाएंगी राखियां
वह खुद कॉटन के डिजाइनर मास्क भी तैयार कर रही हैं, जिनपर पेटिंग का काम भी वह खुद करती हैं। उनका कहना है, ' मैंने प्रकृति को ध्यान में रखते हुए स्क्रैप मैटेरियल द्वारा ये सभी चीजें तैयार की हैं। इसकी शुरूआत मैंने पिछले साल की थी और अब मैं इसकी ट्रेनिंग भी देती हूं। इन प्राकृतिक राखियां व इको-फ्रैंडली सामान से किसी को भी नुकसान नहीं होगा क्योंकि यह मिट्टी व पानी में घुल जाएंगी।'
गणेश चतुर्थी के लिए बनाया इको-फ्रैंडली सामान
श्वेता ने बताया कि उन्होंने गणेश चतुर्थी के लिए जो प्रतिमाएं बनाई है, उसमें गाय के गोबर, तुलसी के बीज व अन्य प्राकृतिक चीजों का यूज किया गया है। यह ना सिर्फ इको-फ्रैंडली है बल्कि बेहद लाइटवेट भी है। उन्होंने गाय की प्रतिमा, दीया, एंटी-रेडिएशन मोबाइल स्टैंड भी तैयार किए हैं।
आत्मनिर्भर भारत को कर रही प्रमोट
श्वेता पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत व वोकल फॉर लोकल कैंपेन को प्रमोट कर रही हैं। वह राखियां, गणेश प्रतिमा और सिक्के पीएम मोदी को भी भेजने की तैयारी कर रही हैं।