थाली में खाना कैसा भी हो लेकिन अगर इसके साथ आचार हो तो स्वाद डबल हो जाता है। नाश्ते में परांठे के साथ अचार का कॉम्बिनेशन तो सालों से चल रहा है। ज्यादातर लोग आम का आचार खाना पसंद करते हैं परंतु भारतीय रसोई में ऐसी कोई चीज नहीं है जिसका आचार ना बनता हो। मूली से लेकर हरी मिर्च तक का आचार सभी लोग बहुत ही स्वाद से खाना पसंद करते हैं। मुख्यतौर पर हरी मिर्च का आचार बहुत से लोगों की पंसद होता है। ऐसे में यदि आप भी हरी मिर्च खाने के शौकीन है तो आज आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं जिनके जरिए आप आचार का स्वाद बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा यह आचार महीनों तक खराब नहीं होगा।
सामग्री
हरी मिर्च - 500 ग्राम
सौंफ - 5 टेबलस्पून
मेथी दाना - 1 टेबलस्पून
जीरा - 1 टेबलस्पून
राई - 5 टेबलस्पून
तेल - 250 मिली लीटर
अदरक - 50 ग्राम
हल्दी - 1/2 चम्मच
कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर - 1/2 टेबलस्पून
नमक - 3 टेबलस्पून
हींग - 1/2 छोटे चम्मच
नींबू - 6
कलौंजी - 1 छोटा चम्मच
बनाने की विधि
1. सबसे पहले हरी मिर्च को बीच में से काट लें।
2. फिर इसके डंठल काटकर इन्हें अलग रख दें।
3. अब एक पैन को गर्म रखें और इसमें सौंफ, मेथीदाना और जीरा डालें।
4. धीमी आंच पर इन मसालों को 1-2 मिनट तक भून लें।
5. जैसे मसाले का रंग बदलना शुरु हो जाए तो इसमें राई डाल दें।
6. जब मसाले ठंडे हो जाएं तो ग्राइंड कर लें।
7. मसाला ग्राइंड करके हल्का दरदरा पीस लें।
8. फिर एक पैन में तेल डालकर गर्म कर लें।
9. जब तेल गर्म हो जाए तो उसे ठंडा होने के लिए रख दें।
10. अदरक को छिल कर पीस लें। एक मिक्सिंग बाउल लें।
11. मिक्सिंग बाउल में कटी हुई हरी मिर्च, हल्दी पाउडर, कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर, नमक, हींग डालें।
12. अब इस मिश्रण में कटी हुई अदरक डालकर मिक्स कर लें।
13. मिश्रण में दरदरे पीसे हुए मसाले और तेल मिलाएं।
14. आपका आचार बनकर तैयार है इसमें कलौंजी और नींबू का रस मिलाएं।
लंबे समय तक फ्रेश रहेगा आचार
यदि आप चाहते हैं कि आपके द्वारा बनाया गया हरी मिर्च का आचार खराब न हो तो आप इसमें नींबू का रस मिलाएं। यदि नींबू का रस नहीं है तो आप सफेद सिरका भी आचार में डाल सकते हैं।
जार में रखें आचार
यदि आप चाहते हैं कि आचार सालों तक खराब न हो तो इसे कांच के डिब्बे में स्टोर करें। इससे आचार में फुफंद नहीं लगेगा।
इस बात का भी रखें ध्यान
जब भी आपको आचार निकालना है तो चम्मच गीला इस्तेमाल न करें। गीला चम्मच इस्तेमाल करने के कारण आचार खराब हो सकता है।