हार्ट अटैक की घटनाएं तो जैसे आम हो गई है। पिछले कुछ वर्षों में कम उम्र के लोग इसका तेजी से शिकार हो रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में करोड़ों लोग दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हैं। हर साल 3 सेकेंड में एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत होती है, इसमें से 50 फीसदी लोग 50 साल से अधिक उम्र वाले हैं और 25 फीसदी लोग लगभग 40 साल की उम्र के होते हैं। एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला ने भी हार्ट अटैक के चलते दुनिया को अलविदा कह दिया है।
टोंन्ड व मसल्स बॉडी के लिए हाई प्रोटीन डाइट लेते थे सिद्धार्थ
फिटनेस को कभी हल्के में ना लेने वाली सिद्धार्थ की मौत ने सभी को हैरान कर दिया। उनके जानकारों का कहना था कि वो हाई प्रोटीन डाइट को फॉलो कर रहे थे लेकिन प्रोटीन की अधिक मात्रा भी शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। बताया जाता है कि एक्टर अपनी टोंन्ड व मसल्स बॉडी के लिए अपनी फिटनेस के लिए रोजाना जिम किया करते थे और हेल्दी डाइट फॉलो करते थे। उन्हें नाश्ते में अंडे और हाई प्रोटीन डाइट के लिए चिकन खाते थे। उन्हें मां के हाथ का खाना बहुत पसंद था।
हाई प्रोटीन डाइट के नुकसान
प्रोटीन से पेट लंबे समय तक भरा रखता है और भूख कंट्रोल होती है लेकिन हाई प्रोटीन डाइट शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है। एक स्टडी के मुताबिक, हाई प्रोटीन डाइट हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकती है। दरअसल, इससे 'लॉस ऑफ कैल्शियम' की समस्या हो जाती है, जिससे हड्डियों में फ्रैक्चर का खतरा रहता है। इसके अलावा यह कोरोनरी हार्ट डिसीज (सीएचडी) यानि कार्डियोवस्क्युलर डिसीज की समस्या पैदा कर सकती है। कई स्टडीज में ये बात साबित हो चुका है कि इससे गुर्दे में पथरी व किडनी फेलियर का खतरा बढ़ जाता है। जिस प्रोटीन को लोग वजन घटाने व मसल्स बनाने के लिए खाते हैं, उनसे वजन बढ़ना, कब्ज, ब्लोटिंग और डिहाइड्रेशन की परेशानी भी हो सकती है। वर्कआउट या काम करने वाले पुरुष हाई प्रोटीन डाइटल लेते हैं लेकिन इसकी अधिक मात्रा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
ज्यादा वर्कआउट से खो दी थी एनर्जी
कहा तो यह भी जाता है कि फिटनेस फ्रीक सिद्धार्थ एक दिन भी जिम व वर्कआउट मिस नहीं करते थे। मगर, ज्यादा वर्कआउट से उन्होंने अपनी आंतरिक एनर्जी खो दी थी। इसके कारण उनका स्लिपिंग पैटर्न भी बिगड़ गया था उन्हें अनियमित सोने की आदत पड़ गई। इन्हीं सभी कारणों से उनका स्वभाव भी काफी गुस्सैल और चिढ़चिढ़ा हो गया था।
ज्यादा वर्कआउट के नुकसान
-ओवर ट्रेनिंग सिंड्रोम
-थकान
-कार्डियोवस्क्युलर डिसीज
-बॉडी परसेप्शन डिसऑर्डर
-तनाव
-कमजोर इम्यूनिटी