लोहरी के अगले दिन मकर संक्रति मनाई जाती है। इस दौरान लोग आटे के लड्डू और गुड़ का हलवा के अलावा सरसों का साग खाकर भी सेलिब्रेट करते हैं। सरसों का साग खाना तो सब को अच्छा लगता है, पर इसको अच्छे से बनाना सब को नहीं आता। साग बनाने का हुनर किसी- किसी के हाथ में ही होता है। अकसर लोग इसे बनाते हुए कई गलतियां कर देते हैं जिससे साग का पूरा टेस्ट खराब हो जाता है। अगर आप मकर संक्रति के दिन ऐसी कोई गलती नहीं करना चाहते हैं और टेस्टी साग परिवार और मेहमानों को खिलाना चाहते हैं तो ये स्टोरी पढ़ लें...
सरसों का साग बनाते हुए न करें ये गलतियां
ज्यादा पानी का इस्तेमाल करने से बचें
कई बार लोग सरसों का साग पकाते समय उसकी मात्रा बढ़ाने के लिए उसमें पानी का ज्यादा यूज करके साग को पतला कर देते हैं। सरसों का साग पकाते समय इस बात का ध्यान रखें कि सरसों केसाग में बाकी हरी सब्जियों की तरह अपना भी पानी होता है। ऐसे में साग में ज्यादा पानी डालने से उसका स्वाद खराब हो जाता है। साग को अच्छे से बनाने के लिए उसमें कम पानी डालें और ढककर धीमी आंच पर पकाने से साग स्वादिष्ट बनता है।
नमक बिगाड़ सकता है स्वाद
सरसों के साग स्वाद में नमकीन होता है। ऐसे में सरसों का साग पकाते समय उसमें डाला गया थोड़ा सा भी ज्यादा उसे बहुत ज्यादा नमकीन बना सकता है। यही वजह है कि सरसों का साग पकाते समय उसमें नमक की मात्रा का खास ख्याल रखना चाहिए।
मक्की का आटा जरूर करें इस्तेमाल
सरसों का साग पकाते समय, उसमें बस थोड़ा सा मक्की का आटा डाल दें। साग गाढ़ा और टेस्टी बनेगा।