नारी डेस्क: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ को लेकर सियासत गर्मा गई है। इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने एक विवादित बयान दिया, जिसमें उन्होंने कुंभ के पानी को देश का सबसे गंदा पानी बताया। उनका कहना है कि भगदड़ में मारे गए लोगों की लाशें नदी में फेंक दी गईं, जिससे पानी प्रदूषित हो गया है।
जया बच्चन का विवादित बयान
संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए जया बच्चन ने कहा, "इस समय सदन में जलशक्ति विभाग गंदे पानी पर चर्चा कर रहा है। सबसे अधिक प्रदूषित पानी कहां है? यह कुंभ में है। भगदड़ में मारे गए लोगों की लाशें नदी में फेंक दी गईं, जिससे पानी पूरी तरह से दूषित हो गया है।" उन्होंने सरकार पर वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया और कहा कि जो पानी गंगा में बह रहा है, वही लोगों तक पहुंच रहा है।
कुंभ में अव्यवस्थाओं पर सवाल
जया बच्चन ने कुंभ मेले में आम श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार वीआईपी लोगों को विशेष सुविधाएं देती है, लेकिन आम जनता के लिए कोई बेहतर व्यवस्था नहीं है। उन्होंने सरकार द्वारा जारी किए गए उन आंकड़ों पर भी संदेह जताया, जिनमें कहा गया कि अब तक करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं।
उन्होंने सवाल उठाया, "वे (सरकार) झूठ बोल रहे हैं कि करोड़ों लोग कुंभ में आए हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग एक साथ कैसे आ सकते हैं? वास्तविकता यह है कि वहां अव्यवस्था का माहौल है, और आम जनता को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।"
विपक्ष ने किया हंगामा, राज्यसभा से वॉकआउट
जया बच्चन के इस बयान से सियासी बवाल मच सकता है। दूसरी ओर, महाकुंभ में हुई अव्यवस्था को लेकर विपक्षी दलों ने राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने तत्काल चर्चा की मांग की, लेकिन जब इसे खारिज कर दिया गया, तो उन्होंने पहले शून्यकाल और फिर प्रश्नकाल के दौरान सदन से वॉकआउट कर दिया।

महाकुंभ में भगदड़ की स्थिति
मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज के महाकुंभ में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे, जिससे वहां भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई और कई श्रद्धालु घायल हो गए। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
सरकार पर लगाए आरोप
जया बच्चन ने कहा कि सरकार को सच्चाई बतानी चाहिए कि कुंभ में क्या हुआ। उन्होंने कहा, "जो जांच चल रही है, वह अपनी जगह सही है, लेकिन कुंभ में जो कुछ भी हो रहा है, क्या उसकी पूरी और निष्पक्ष जांच नहीं होनी चाहिए?" उन्होंने कहा कि कुंभ में जो अव्यवस्था फैली है, उसे लेकर सरकार को जवाब देना चाहिए।
जया बच्चन के इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा सकता है। कुंभ जैसे धार्मिक आयोजन को लेकर इस तरह की टिप्पणी विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच नए विवाद को जन्म दे सकती है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और कुंभ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर क्या कदम उठाए जाते हैं।