महिलाओं को लेकर आज बहुत से लोगों की सोच बदल चुकी है। वह आज एक लड़के के बराबर होकर हर काम कर रही है। समाज ने बेशक महिलाओं को काम करने की आजादी दे दी हो लेकिन न जाने क्यों लोगों ने खुद ही दिमाग में महिलाओं के लिए कुछ काम सोचे हैं यानि कि एक महिला ऑफिस में काम करती हुई दिखाई दे तो ठीक है लेकिन अगर वह रिपेयर वर्कशॉप पर काम करे तो आस पास वाले सभी लोग कईं तरह की बातें करने लगते हैं। इस मॉर्डन जमाने में भी समाज की ये बेड़ियां टूटी नहीं हैं। लेकिन इन सब के लिए Egypt की एक महिला लेखा अल खोली (Lekaa El Kholy) महिलाओं के लिए मिसाल बन कर आगे आई है।
पहली महिला मोटर मैकेनिक हैं लेखा अल खोली
जब भी कभी मैकेनिक का नाम लिया जाता है तो हमेशा से लोगों के मन में इस काम को करने के लिए पुरूष ही आते हैं। महिलाओं के लिए इस काम को न जाने क्यों ठीक नहीं समझा जाता है लेकिन जब भी समाज से इस नापसंद का कारण पूछा जाता है तो वह अक्सर इस पर चुप्पी साध लेते हैं। लेकिन खोली समाज की इन बातों में कभी नहीं आई और यही कारण है कि वह आज पहिला मोटर मैकेनिक बनी हैं।
पिता का मिला पूरा सपोर्ट
खोली के पिता भी यही काम करते थे और जब वह अपनी दुकान के लिए समान लेने जाते थे तो लेखा यह सब देखा करती थीं। लेकिन शायद उनके पिता ने इस बात के बारे में कभी नहीं सोचा होगा कि उनकी बेटी एक दिन बड़ी होकर मैकेनिक बन जाएगी। आज लेखा के पिता इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उन्हें पिता का पूरा सपोर्ट मिला। इसी वजह से वह मैकेनिक बन सकीं। लेखा जब 11 साल की थी तो उन्हें इस क्षेत्र में शौक देखकर उनके पापा ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की थी।
खोला अपना कार मेंटेनेंस सेंटर
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो खेला काफी समय से मिस्र के एसना गांव में यह काम कर रही हैं। हाल ही में लेखा ने लग्जर में अपना खुद का कार मेंटेनेंस सेंटर खोला है।
महिलाओं को इस क्षेत्र में लाना चाहती है
खोली कहती है कि वह इससे खुद का सपना तो पूरा करना चाहती है साथ ही में वह इस क्षेत्र में महिलाओं को लाने का भी लगातार प्रयास कर रही हैं। इसके पीछे का कारण है कि बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें परिवार के दबाव के कारण अपना करियर चुनने की आजादी नहीं मिलती है।
महिलाओं के लिए करती हैं वर्कशॉप का आयोजन
खोली यह भी कहती है कि उनकी जैसी ऐसी कईं महिलाएं हैं जो मैकेनिक के क्षेत्र में आना चाहती हैं और वह इस काम को पूरी लग्न से करना चाहती हैं लेकिन उन्हें इस काम को करने के लिए सपोर्ट नहीं मिलता है। आपको बता दें कि खोली अपने होमटाउन में महिलाओं के लिए वर्कशॉप का आयोजन करती हैं जो मैकेनिक बनना चाहती हैं। इतना ही नहीं लगभग 20 महिलाओं ने खोली से मैकेनिक की ट्रेनिंग ली है।