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स्लिप डिस्क की दर्द से पाना चाहते हैं राहत तो करें ये 6 योगासन

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 13 Apr, 2024 10:45 AM
स्लिप डिस्क की दर्द से पाना चाहते हैं राहत तो करें ये 6 योगासन

आज कल के समय में स्लिप डिस्क जैसी समस्या भी आम हो गई है। इसके पीछे का कारण हड्डियों में चोट, लाइफस्टाइल और बढ़ती उम्र व भारी सामान उठाने की वजह हो सकती है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि स्लिप डिस्क का दर्द रीढ़ की हड्डी होता है। इस में कमर दर्द बेहद परेशान करती है और साथ ही दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि उठना-बैठना और सोना तक मुश्किल हो जाता है। आमतौर पर स्लिप डिस्क के मरीजों को सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती। लेकिन आज हम आपको ऐसे योगासन बतायेंगे जिसकी मदद से आप इस परेशानी से निजात पा सकते हैं।

शवासन- शवासन न सिर्फ आपके शरीर को बल्कि आंतरिक ऊर्जा को भी अंदर से हील करता है। शरीर की यही प्राकृतिक ऊर्जा आपके शरीर में समाकर हर बीमारी और समस्या को ठीक करने में मदद करती है।

अर्धशलभासन- पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। सिर को ठुड्डी के बल जमीन पर रखें। दोनों हथेलियों को जांघों के नीचे जमीन पर रखें। अब दाएं पैर को जमीन से ऊपर उठाएं। पैर बिल्कुल सीधा ही ऊपर उठाएं। लगभग 5 सेकेंड तक इस स्थिति में रुकने के बाद वापस पूर्व स्थिति में आएं। यही क्रिया बाएं पैर से भी करें। प्रारम्भ में इसकी तीन आवृत्तियों का अभ्यास करें। धीरे-धीरे आवृत्तियों को 25 से 30 बार तक बढ़ाएं। जब आप इसकी 25 से 30 आवृत्तियों के अभ्यास करने की स्थिति पार कर लेते हैं तो आपको दोनों पैरों को एक साथ उठाने का अभ्यास प्रारम्भ कर देना चाहिए।

उष्ट्रासन- उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर बैठ जाएं। अब अपने घुटनों के सहारे बैठें और दोनों हाथों को कूल्हों पर टिका लें। इसके बाद अपने घुटनों को कंधे के समानांतर रखें और तलवों को ऊपर की तरफ रखें। अब सांस अंदर की तरफ खींचते हुए रीढ़ की हड्डी को नीचे की तरफ अंदर लेकर जाएं। इस दौरान गर्दन पर दबाव न दें और सीधे बैठे रहें। कुछ देर तक इस स्थिति में रहें और फिर वापस आ जाएं।

चक्रासन-  सबसे पहले पीट के बल लेट जाएँ। और अपने हाथों को साइड में रख लें। अब अपने दोनों पेरो को कूल्हों के पास लेकर आएं। अब हाथो को मोड़ते हुए कान के पास लेकर आएं और सारा वज़न हाथ पर डालते हुए शरीर को ऊपर की ओर उठायें। ध्यान रहे आप पीठ को जितना मोड़ सकते हैं उतना ही मोड़ें।

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