हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों का खास महत्व बताया गया है। व्रत त्योहारों को बात करें तो हरियाली तीज का व्रत भी बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। यह व्रत मां पार्वती को समर्पित होता है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ मां की पूजा की जाती है। इसके अलावा इस दौरान सुहागिन महिलाएं व्रत भी रखती हैं। इस बार हरियाली तीज का व्रत 19 अगस्त को रखा जाएगा। लेकिन अगर आप इस बार पहली बार हरियाली तीज का व्रत रखने वाली हैं तो इन नियमों का पालन जरुर करें। आइए जानते हैं इनके बारे में..
मां पार्वती ने रखा था पहला व्रत
माना जाता है कि यह व्रत रखने से पति की लंबी उम्र, मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। हालांकि यह व्रत बहुत ही कठोर होता है। खासकर जो महिलाएं पहली बार इस व्रत को रखने वाली हैं उन्हें कुछ खास नियमों का ध्यान रखना चाहिए।
व्रत का लें संकल्प
हरियाली तीज का व्रत निर्जला ही रखा जाता है ऐसे में जो महिलाएं निर्जला व्रत नहीं रख सकती वो फलाहार व्रत का संकल्प ले सकती हैं। यह व्रत अगले दिन सूर्योदय तक रखा जाता है।
सोलह श्रृंगार करें
इस दिन स्नान करके सिंधारे से आए कपड़े पहनें। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन हरा सूट या साड़ी पहननी शुभ मानी जाती हैं। पूजा से पहले विवाहित स्त्रियां सोलह श्रृगांर करें। इसके बाद पूजा से पहले सारी सामग्री इकट्ठी कर लें। पूजा के बीच में से उठना अशुभ माना जाता है।
हरा रंग करें इस्तेमाल
कई जगह ऐसा माना जाता है कि शादी का पहला हरियाली व्रत मायके में रखा जाता है। वहीं कुछ नई लड़कियां इस व्रत को ससुराल में भी रखती हैं। हरियाली तीज से पहले एक दिन मेहंदी लगाएं। इस दिन हरा रंग काफी शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इससे शिवजी खुश होते हैं।
जरुर पढ़ें कथा
व्रत हरियाली तीज की कथा के बिना अधूरा माना जाता है। इसलिए इस दिन शंकर पार्वती मां की पूरी विधि-विधान के साथ पूजा करें। इसके बाद कथा जरुर सुनें, झुला झूलें और लोकगीत गाएं।
सुहाग पिटारा करें दान
व्रत में सुहागिन महिलाएं पूजा के बाद मां का चढ़ाया हुआ सिंदूर मांग में भरें इसके बाद पति की लंबी उम्र की कामना करें। इस दिन स्त्रियां अपनी सास या फिर सास के समान किसी महिला को सुहाग का सामान भेंट करें।
ऐसे करें व्रत का पारण
व्रत का पारण आप चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद करें। इसके अलावा कुछ महिलाएं सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त में भी व्रत खोलती हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि व्रत पारण में पूजा में भोग लगाया हुआ प्रसाद ही खाएं। इसके बाद ही खाना खाएं।
बिल्कुल भी न करें ये काम
. व्रत रखने वाली महिलाओं को इस दिन दिन में नहीं सोना चाहिए। पूरी श्रद्धा के साथ आप भगवान शिव और मां पार्वती का ध्यान करते हुए व्रत रखें।
. इसके अलावा व्रत रखने वाली महिलाओं को काले, सफेद रंग के कपड़े और चूड़ियां न पहनें। इसके अलावा इन दोनों रंग की कोई चीज का इस्तेमाल भी न करें।
. व्रत वाले दिन पति या घर के किसी भी बुजुर्ग को कोई अपशब्द न बोलें। इसके अलावा इस दिन किसी भी तरह का वाद-विवाद न करें। मन में कोई नेगेटिविटी न लगाएं और क्रोध भी न करें।