लड़कियां कपड़ों के मामले में चूजी मानी जाती हैं हर चीज देख परख कर लेती हैं लेकिन जब बात ब्रा की आती है तो 10 में 7 महिलाएं लापरवाही बरत देती है? जबकि ब्रा का सही चुनाव भी उतना ही जरूरी है जितना बाकी कपड़ों का... चलिए आपको वीडियो पैकेज में वो ही कॉमन गलतियां बताते हैं जो महिलाएं जाने-अनजाने में करती ही करती हैं।
फिटिंग में गड़बड़ी
जब भी ब्रा खरीदने जाएं, उसकी फिटिंग चेक करके ही लें। गलत साइज़ और खराब ब्रा टाइप खरीदने से सिर्फ आपकी ब्रेस्ट शेप तो खराब होगी साथ ही हैल्थ प्रॉब्लम्स भी होगी। वजन बढ़ने, प्रेग्नेंसी के दौरान उम्र के हिसाब से अक्सर ब्रेस्ट साइज चेंज होता है इसलिए साल में 2 बार अपना ब्रा साइज चेक करें।
ब्रा रिपीट करते रहना
बहुत सी महिला ब्रा को दो से तीन दिन लगातार पहनती हैं ये सोच कर की इसकी फिटिंग बेहतर हो जाती हैं जबकि ऐसा तो कुछ नहीं हैं बल्कि हाइजीन के लिहाज से भी रोज बदलना जरूरी है।
एक्सपायरी डेट
अब आप सोच रही होगी कि ब्रा की भी क्या एक्सपायरी डेट होती है? तो बता दें कि हां, विशेषज्ञों के अनुसार 6 से 9 महीने रेगुलर इस्तेमाल के बाद ब्रा खराब होने लगती है। हुक में क्रैक, इलास्टिक में ढीलापन और वायर का हिल जाना, आदि संकेत दिखने लगें तो ब्रा बदल डालें। साल में दो बार बदलें।
वॉशिंग मशीन में ना धोएं
अभी तक आप भी अगर वॉशिंग मशीन में ब्रा धो रही हैं तो इसे अब से हाथ से धोएं। ब्रा का कपड़ा अन्य कपड़ों की तुलना में अधिक नाजुक होता है इसलिए इसे हाथ से ही साफ करें।
रात को ना पहने ब्रा
रात को ब्रा पहनकर नहीं सोना चाहिए। खासतौर से teenagers को इस rule को follow करना ही चाहिए। टाइट ब्रा ब्लड सर्कुलैशन में बाधा डालती है। इसलिए इसे रात को उतार कर ही सोएं।
बहुत छोटे साइज की ब्रा पहनना
ये गलतियां तो बहुत सी औरतें करती हैं। फिट दिखने के चक्कर में बहुत ज्यादा टाइट ब्रा पहनती हैं। ब्रा का चुनाव हमेशा रिब केज और कप साइज दोनों का ध्यान रखते हुए ही करना चाहिए।
सबसे टाइट हुक में ब्रा पहनना
बैंड का साइज इस बात पर निर्भर करता है कि आपके सांस लेने पर ब्रा कितनी स्ट्रेच हो सकती है। ऐसा जरूरी नहीं है कि आप अपने ब्रा के हुक को हमेशा सबसे आखिरी वाले बैंड में ही लगाएं।
ब्रांड और साइज़ पर दें ध्यान
अगर आप एक ब्रांड से दूसरे ब्रांड में बदलते समय भी ब्रा का एक ही साइज़ लेती हैं तो ऐसा करने से पहले एक बार दोबारा सोच लें। ब्रा को बनाने में हर ब्रांड का अपना एक तरीका होता है। दो ब्रांड की ब्रा का साइज़ भले ही एक जैसा हो लेकिन इसकी बनावट से लेकर उसकी फिटिंग तक में फर्क आ जाता है। इसलिए पहले ट्राई कर लें।