नवरात्रि का त्योहार हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। नौ दिनों तक भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूरे श्रद्धा भाव के साथ मां की आराधना करते हैं। भगवती मां की कृपा पाने के लिए अलग-अलग उपाय भी करते हैं। माना जाता है कि जिस व्यक्ति पर मां अपनी कृपा बरसाएं उनके जीवन से सारे संकट दूर हो जाते हैं। इसके अलावा नवरात्रि में घर की नेगेटिविटी दूर करने के लिए कुछ वास्तु नियमों का ध्यान रखना भी जरुरी है। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में....
स्वास्तिक बनाएं
नवरात्रि में घर के मुख्य द्वार पर दोनों और स्वास्तिक जरुर बनाएं। मान्यताओं के अनुसार, यहां पर स्वास्तिक होने से घर में आने वाले नेगेटिव एनर्जी दूर होती है। यहां पर स्वास्तिक होने से घर में खुशियां आती हैं।
मां लक्ष्मी के पैरों के निशान
नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरुपों की पूजा होती है और पूरी विधि-विधान के साथ मां का पूजा किया जाता है। ऐसे में घर के बाहर मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी के पैरों के निशान बनाएं। इससे आपके सारे बिगड़े काम बनेंगे और घर में सुख-समृद्धि का वास भी होगा।
यहां पर रखें मां की चौकी
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा करने के लिए उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा शुभ मानी जाती है। कलश स्थापना भी इस दिशा ही में करनी शुभ होती है।
आम और अशोक के पत्तों का तोरण
पूजा-पाठ में आम और अशोक के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। वास्तु शास्त्र में इन दोनों को ही बहुत शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि में घर के मुख्य द्वार और मंदिर में आम और अशोक के पत्तों की माला बांधने से घर में बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं होती।
न पहने काले रंग के कपड़े
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि में पूजा के दौरान कभी भी काले रंग के कपड़े न पहनें। क्योंकि मां की पूजा में यह रंग पहनना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए कोशिश करें नवरात्रि के दौरान इस रंग के वस्त्र पहनकर कोई भी शुभ काम न करें।