ट्रीट लेना किसे नहीं पसंद! खासतौर पर बच्चे, बच्चों को ट्रीट मिलने पर वह सबसे ज्यादा खुशी महसूस करते हैं। पेरेंट्स बच्चों के बर्थ-डे पर तो उनकी खुशी सेलीब्रेट करते हैं, मगर इसके अलावा उन्हें चाहिए कि बच्चे की छोटी-छोटी अचीवमेंट्स पर भी उन्हें ट्रीट दें। ट्रीट देने का मतलब यह नहीं कि कोई पार्टी या फिर कोई बड़ा सा गिफ्ट, आप बच्चे की छोटी-छोटी डिमांड्स पूरी करके भी उन्हें खुशी दे सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे...
फुल-डे फ्री
अब सोच लीजिए आपका बच्चा किसी सब्जेक्ट में फुल मार्कस लेकर आया है, या फिर स्पोर्टस या फिर किसी अन्य एक्टिविटी में उसे कुछ खास प्राइज मिला है, तो आप बच्चे की खुशी दोगुनी करने और अगली बार इससे भी बेहतर कुछ अचीव करने के लिए उसे एक दिन पूरा फ्री रहने दें, यानि ‘नो बुक्स नो बैग’। इससे फायदा यह होगा कि बच्चा अगली बार फिर से यह खुशी पाने के लिए अपनी तरफ से और भी ज्यादा मेहनत करेगा।
मनमर्जी
जैसा कि आप जानते हैं, बच्चे को शरारतें करना, शोर-शराबा बहुत पसंद होता है। मगर मां-बाप उन्हें एटीकेट्स सीखाने के लिए हमेशा Sincere बनकर रहना सीखातें हैं। मगर बचपन तो वो है जिसमें खूब सारी मस्ती हो, तो ऐसा हर रोज न होकर बच्चे की किसी एक खास अचीवमेंट पर जरुर उसे अपनी मनमर्जी करने का मौका दें।
टीवी टाइम
जब भी आप बच्चे के किसी काम से खुशी महसूस करें तो उसे एक्सट्रा टी.वी. टाइम जरुर दें। बच्चे को जो पसंद है उसे उस दिन देखने दें। हो सके तो उसके साथ खुद भी बैठकर उसकी खुशी को दोगुना करें, बच्चे की हर खुशी मां-बाप के साथ दोगुनी हो जाती है।
फ्रेंड-डेट
अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है, और उसके एग्जामस में कुछ अच्छा अचीव किया है, तो उसे अपने फ्रेंड्स के साथ कहीं बाहर घूमने भेजें। या फिर अगर आप बच्चे को अकेले नहीं भेजना चाहते तो घर पर ही उसके लिए एक छोटी सी फ्रेंड सरप्राइज पार्टी प्लान करें। इस तरह बच्चा बहुत खुशी महसूस करेगा, और आपकी आंखों के सामने बच्चा सेफ भी रहेगा।
लेट नाईट
हर रोज की तरह एक टाइम पर सोना और जागना, बच्चे अपनी इस रुटीन से बोर हो जाते हैं। बच्चे की अचीवमेंट पर उसे लेट नाइट तक जागने और सुबह अपनी मर्जी से एक दिन उठने की परमिशन दें।
तो ये थे बच्चे की अचीवमेंट को और भी खास बनाने के कुछ खास आइडियाज।