मां बनना हर महिला के लिए सौभाग्य की बात है। मगर, तनाव, बढ़ती उम्र आदि कई वजहों से आजकल महिलाओं को कंसीव करने में दिक्कत आती है। ऐसे में फर्टिलिटी पॉवर बढ़ाने ऐर जल्दी प्रेगनेंट होने के लिए महिलाएं खुद तरीके खोजने लगती हैं। कुछ महिलाएं तो कंसीव करने के लिए फर्टिलिटी मसाज का सहारा भी लेती हैं। मगर क्या फर्टिलिटी मसाज से जल्दी प्रेग्नेंट होने में सचमुच मदद मिलती है। चलिए आपको बताते हैं कि इसपर एक्सपर्ट की राय क्या है?
क्या है फर्टिलिटी मसाज?
यह एक तरह की मालिश होता है, जो पेट व प्रजनन अंगों को स्वस्थ बनाने में मदद करती है। इसमें एक्यूप्रेशर शामिल होता है, जो कुछ बिंदुओ को एक्टिव करके प्रजनन अंगों को स्वस्थ बनाता है और इससे मासिक चक्र भी ठीक रहता है। मगर, क्या सचमुच इस मसाज से कंसीव करने में मदद मिलती है।
जानिए गायनेकोलॉजिस्ट की राय
एक्सपर्ट के मुताबिक, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि मालिश से प्रजनन क्षमता में सुधार होता है या गर्भावस्था की दर बढ़ती है। लेकिन कम से कम एक अध्ययन से पता चला है कि शारीरिक व्यायाम आपके चिंता के स्तर को कम कर सकता है।
आयुर्वेद करता है सपोर्ट
हालांकि आयुर्वेद में फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए पेल्विक हिस्से की मालिश करने की बात कही गई है। कुछ अध्ययन के मुताबिक, पेल्विक हिस्से की मसाज करने से गर्भाशय और उस हिस्से में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है, जिससे ओवरी में एग की क्वालिटी बेहतर हो सकती है। इससे हार्मोन्स भी संतुलित होते हैं, जिससे कंसीव करने में मदद मिलती है।
डिलीवरी में भी नहीं आती प्रॉब्लम
स्टडी के मुताबिक, 35 से अधिक उम्र की गर्भवती महिलाओं को फर्टिलिटी मसाज करवानी चाहिए। इससे महिलाओं में डिलीवरी के वक्त दर्द कम होता है और इससे प्रसव प्रक्रिया में भी मदद मिलती है।
कब शुरू करें फर्टिलिटी मसाज?
पीरियड्स पूरी तरह खत्म होने के 3-4 दिन बाद फर्टिलिटी मसाज शुरू करनी चाहिए। ओव्यूलेशन के बाद मसाज न करें। कम से कम 3 महीने फर्टिलिटी मसाज करने से ही आपको बेहतर परिणाम मिलेगा इसलिए धैर्य रखें। एक्सपर्ट के मुताबिक, सुबह खाली पेट मसाज करना ज्यादा फायदेमंद होगा।
किन महिलाओं को करनी चाहिए फर्टिलिटी मसाज?
एंडोमेट्रिओसिस, फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज की परेशानी है तो यह मसाज करना आपके लिए फायदेमंद होगा। इसके लिए पीसीओएस (PCOS) से ग्रस्त महिलाएं भी डॉक्टर्स की सलाह से फर्टिलिटी मसाज करवा सकती हैं।