भारत समेत दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। वैक्सीन बनाने में फिलहाल ब्रिटेन, चीन, अमेरिका और रूस सबसे आगे चल रहा है। इसी बीच ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने एक गुड़ न्यूज दी है। दरअसल, कोराना की वैक्सीन बनाने में ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी ने तीन पड़ाव पूरे कर लिए थे। अब खबर आई है कि कोरोना वायरस का आखिरी पड़ाव भी सफल रहा है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन ने दिए बेहतरीन नतीजे
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई वैक्सीन ने सबसे बेहतरीन नतीजे दिए है। वैक्सीन ट्रायल टीम में शामिल भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक दीपक पालीवाल का कहना है कि वैक्सीन ने कोरोना के खिलाफ दोगुने अच्छे रिजल्ट दिए हैं।
जल्द जारी करेगी ट्रायल का डेटा
ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार दवा का शुरुआती ह्यूमन ट्रायल भी पूरा हो चुका है। फिलहाल यूनिविर्सिटी द्वारा जारी ट्रायल डेटा के आधार पर ही यह कहा जा सकेगा कि दवा कितनी असरदार निकली।
AIIMS दिल्ली को मिला अप्रूवल, जल्द होगा ट्रायल
वहीं भारत में बन रही कोरोना वैक्सीन Covaxin का ह्यूमन ट्रायल भी जल्दी शुरू हो सकता है। AIIMS दिल्ली को एथिक्स कमिटी से दवा के ट्रायल का अप्रूवल मिल चुका है। AIIMS में पहले फेज के लिए करीब 100 पार्टिसिपेंट्स एनरोल किए गए हैं, जिसमें 375 लोगों को डोज दी जाएगी। फिलहाल एम्स पटना व रोहतक पीजीआई में इसका ट्रायल शुरू हो चुका है। ट्रायल के नतीजे जल्द ही घोषित किए जाएंगे।
कैसे होगा Covaxin का पहला ट्रायल?
वाक्सीन का ट्रायल 18 से 55 साल के हेल्दी लोगों पर किया जाएगा, जिसकी 2 डोज (पहले दिन और दूसरी 14वें) दिन दी जाएगी। वैक्सीन का ट्रायल 'डबल ब्लाइन्ड' तकनीक में होगा जिसमें वॉलंटिअर और रिसर्चर्स का पता नहीं होगा।
सितंबर तक वैक्सीन लॉन्च करेगा रूस
वैक्सीन तैयार करने की रेस में रूस भी काफी आगे चल रहा है। रूस सितंबर तक वैक्सीन जारी करने का दावा कर रहा है। बता दें कि रूस में करीब 26 तरह की वैक्सीन पर काम कर रहा है।