देश की लड़कियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह किसी से कम नहीं है। कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं की 49किलोग्राम वेटलिफ्टिंग में भारत की मीराबाई चानू ने देश को पहला गोल्ड दिलवाया है। चानू ने 201 किलो का वजन उठाकर यह शानदार जीत हासिल की है। बर्मिंघम में हो रहे खेलों के इस मुकाबले में भारत को पहला गोल्ड और तीसरा मेडल मिला है। मीराबाई चानू से पहले भी भारत के संकेत सरगर ने सिल्वर और गुरुरात पुजारी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
भारत ने किया गोल्ड पर कब्जा
कॉमनवेल्थ गेम्स की इस प्रतियोगिता में जहां भारत ने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। वहीं दूसरी ओर सिल्वर मेडल मॉरिश्यस और ब्रॉन्ज मेडल कनाडा को मिला। आपको बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में चानू का यह दूसरा गोल्ड रहा है, इससे पहले भी चानू ने गोल्ड कोस्ट (2018) में सोना जीता था।
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने जीता तीसरा मेडल
भारत कॉमनवेल्थ गेम्स में अब तक तीन मेडल जीत चुका है। आपको बता दें कि यह तीनों मेडल वेटलिफ्टिंग में ही मिले हैं। इससे पहले 30 जुलाई को संकेत महादेव सरगर ने पुरुषों के 55 किलोग्राम भार उठाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। दूसरी ओर गुरुराजा पुजारी ने 61 किलोग्राम भार उठाकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में वेटलिफ्टिंग में भारत का यह 128वां मेडल रहा है। यदि बात करें भारत से ज्यादा पदक हासिल करने की तो वह सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ने ही जीते हैं।
स्नैच राउंड में बनाया रिकॉर्ड
चानू ने स्नैच राउंड के पहले प्रयास में ही 84 किलोग्राम भार उठाया था। इससे चानू ने अपने पहले प्रयास में ही 8 किलो की बढ़त बना ली थी। दूसरे प्रयास में चानू ने 88 किलो का भार उठाया और नेशनल रिकॉर्ड की बराबर कर ली। चानू ने दूसरे राउंड में ही गोल्ड अपने नाम कर लिया था।