मालदीव का दौरा करने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में इस वर्ष जून में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। पर्यटन मंत्रालय की और से जारी रिपोर्ट के अनुसार जून में अब तक समुद्र तट वाले देश में 44,013 से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। 2023 में मालदीव पहुचंने वाले पर्यटकों में भारतीयों की संख्या सबसे अधिक थी, पर इस साल ऐसा नहीं हुआ है।
दरअसल मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों वाले भारत और मालदीव के बीच संबंध जनवरी 2024 में मालदीव के कैबिनेट मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों और भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भारत पर लक्षित नस्लवाद पर चिंताओं के बाद तनावपूर्ण हो गए हैं। ऐसे में लोग मालदीव में जाकर लाखों खर्च करने की बजाय हजारों में लक्षद्वीप जाकर फायदे का सौदा कर रहे हैं।
दरअसल मालदीव में एक दिन का होटल का खर्च लगभग 7000 से 10000 रुपये आता है। वहीं, खाने-पीने के दिन में मिनिमम 1000 रुपये और पर्यटन स्थल घूमने के करीब 4500 रुपये तक लग सकते हैं। इन सब खर्चों को मिला लिया जाए तो एक कपल का मालदीव में एक दिन का खर्चा करीब 17,500 रुपये बनता है। वहीं अगर लक्षद्वीप की बात करें तो यहां का खर्च मालदीव की तुलना में आधे से भी कम हे।
लक्षद्वीप, 36 द्वीपों का समूह असमुद्र तटों और हरे भरे लैंडस्केप के लिए जाना जाता है। मलयालम और संस्कृत में लक्षद्वीप का नाम ‘एक लाख द्वीप’ है। लक्षद्वीप द्वीप समूह भारत का सबसे फेमस आइलैंड है, जिसे देश के सबसे अनोखे टूरिस्ट प्लेस में गिना जाता है। अक्टूबर से मार्च तक द्वीपों पर रहने का आदर्श समय है। जून से अक्टूबर तक दक्षिण पश्चिम मानसून 10-40 मिमी की औसत वर्षा के साथ सक्रिय है।
छोटे से मालदीव के रूप में मशहूर ये नीला समुद्र तट स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग जैसे पानी के खेल में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए परफेक्ट है। इन द्वीपों पर न तो सड़कें हैं और न ही गांव, केवल मुट्ठी भर तंबू या समुद्र तट रिसॉर्ट हैं और सर्विस देने के लिए कर्मचारी हैं। सबसे बड़ी है कि लक्षद्वीप द्वीप समूह भारत का एक हिस्सा है इसलिए आपको यहां जाने के लिए किसी अलग वीजा की आवश्यकता नहीं होगी।