जितनी आसानी से वजन बढ़ जाता है उसे घटाना उतना ही मुश्किल होता है, खासकर भारतीय महिलाओं के लिए। वहीं कुछ महिलाएं तो ऐसी भी है जो अपने फिटनेस की महत्व ही नहीं। इनमें ज्यादातर महिलाएं हाऊसवाइफ होती हैं। आपने भी अक्सर गौर किया होगा कि ऐसी कई महिलाएं होंगी, जो बच्चे होने के बाद मोटी हो जाती है।
घर के काम और परिवार की जिम्मेदारियों में उलझी हाऊसवाइफ महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। हालांकि कुछ ऐसी महिलाएं भी है, जिन्होंने इस चुनौती भरे माहौल में भी इस मुश्किल काम को आसान कर दिखाया। इन्हीं में से एक हैं 45 साल की किरण देंबला, जोकि हैदराबाद की हॉटेस्ट फिटनेस गुरु है।
आज भारत की जानी-मानी महिला बिल्डर के नाम से फेमस किरण एक समय में काफी मोटी थी। 30 की उम्र में अपनी जीवन में बुरी तरह से फंसी किरण आज ना सिर्फ देश की सफल महिला बॉडी बिल्डर हैं बल्कि कई फिल्मी सितारों को बॉडी बिल्डिंग के टिप्स भी दे रही हैं।
आखिर कौन हैं किरण देमब्ला?
किरण एक सफल सेलिब्रिटी फिटनेस एक्सपर्ट होने के अलावा फेमस डी.जे., पर्वतारोही, मॉटिवेशनल स्पीकर, फोटोग्रॉफर भी हैं। किरण हैदराबाद में रहती हैं और साउथ सुपरस्टार्स जैसे एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया, अनुष्का शेट्टी, बाहुबली के डायरेक्टर राजामौली को फिटनेस टिप्स देती हैं।
ब्रेन में हुआ था ब्लड क्लॉट
आगरा की रहने वाली किरण शादी के बाद हैदराबाद शिफ्ट हुई। इस दौरान किरण 2 बच्चों के साथ अपनी होममेकर की लाइफ आराम से जी रहीं थीं कि तभी उन्हें ब्रेन में ब्लड क्लॉट होने का पता चला। एक नौजवान मां और गृहिणी के रूप में देंबला ने खुद को छोटी से दुनिया में घिरा पाया। हालांकि इलाज के बाद वो ठीक हो गई।
6-7 महीने में घटाया 25 कि.लो. वजन
इलाज के बाद वह ठीक तो हो गई लेकिन उस दौरान उनका वजन 75 कि.लो. हो गया था। वजन बढ़ने के कारण उन्हें मेंटल स्ट्रेस होने लगा और तभी उन्होंने वजन कम करने की ठानी। 2007 में किरण ने जिम और योगा क्लासेज के लिए जाना शुरू किया। करीब 6-7 महीने में उन्होंने 25 कि.लो. तक वेट लॉस किया।
कई महिलाओं के लिए इन्स्पिरेशन हैं किरण
फिट होने के बाद किरण ने हैदराबाद में ही फिटनेस ट्रेनर का अपना कोर्स पूरा किया और अपना जिम खोला। फिटनेस और बॉडी बिल्डिंग के फील्ड में 2 बच्चों की मां किरण की ये एक शुरुआत थी। किरण की लाइफ की ये जर्नी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक भी है।
धीरे-धीरे शुरू किया घर से बाहर निकलना
उनका कहना है कि एक औरत, खासकर भारतीय गृहिणियां अपने पति पर हर छोटे-बड़े काम के लिए डिपेंडेंट रहती हैं। हर भारतीय महिला के लिए ये बहुत नेचुरल हैं। पुराने जमाने में तो ऐसा ही होता था। और ये सोच मुझे हमेशा से खाती रहती थी।
उन्होंने कहा, जब मेरा वजन बढ़ गया और मुझे स्ट्रेस फील होने लगा तो धीरे-धीरे किरण ने अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना शुरू किया। उनका कहना है जैसे-जैसे हम घर से बाहर निकलते हैं तो ये हमारी आदत बन जाती है और मैंने भी ऐसा ही किया। मैंने योग के लिए घर से बाहर निकलना शुरू किया और उसके बाद मैं स्वीमिंग करने लगी। उसी दौरान मुझे जिम का नशा होने लगा। ये बिल्कुल ड्रग की तरह था, जो एक बार चढ़ जाए तो छूटने का नाम नहीं लेता।
बिल्डिंग चैम्पियनशिप में मिला छठा रैंक
किरण बताती हैं कि जब 2013 में मैंने विश्व बॉडी बिल्डिंग चैंपयिनशिप में हिस्सा लेने की आशा जताई तो उनके परिवार की अपनी सीमाएं थी। मेरे पति ने तो चैंपियनशिप में हिस्सा लेना से साफ मना कर दिया। मगर, फिर मैं जिद्दी हो गई और मैंने उनसे कहा कि मैं इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए जा रही हूं। ये पहला वक्त था जब मैंने अपनी जुबां खोली थी। साल 2013 में किरण ने बुडापेस्ट में हुए वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और छठा रैंक हासिल किया। आज उनके पूरे परिवार को उनपर गर्व है।
सुबह 5 बजे जाती हैं जिम
किरण रोजाना सुबह 5 जिम जाती हैं और अपने छोटे बच्चे को खाना खिलाने के लिए जल्दी ही घर लौट आती हैं। किरण ने कहा कि जब मैं एक्सरसाइज करने जाया करती थी तो खुद को शीशा में देखा करती थी बहुत ज्यादा अच्छा लगता था। लगता था कि क्या ये मैं ही हूं।