बदलते खान-पान की आदतों के कारण आजकल बहुत से लोग बढ़ते वजन से परेशान है। बढ़ता वजन कई तरह की बीमारियों का कारण भी हो सकता है। वजन नियंत्रित करने के लिए आप अपनी खान-पीने की आदतों में कुछ बदलाव कर सकते हैं। आज आपको कुछ ऐसे फूड्स बताते हैं जो लो कैलोरी से भरपूर हैं यह आपको स्वस्थ रखने के साथ-साथ वजन कम करने में भी मदद करेंगे। अनहैल्दी फूड्स की जगह डाइट में आप इन्हें शामिल कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इनके बारे में...
ब्राउन राइस
चावल के बहुत से लोग शौकिन होते हैं जिसके चलते सभी लोग सफेद चावलों का सेवन करते हैं परंतु इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स स्वास्थ्य के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। इसमें फाइबर काफी भी काफी ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है जिसके कारण वजन बढ़ सकता है। सफेद चावल की जगह आप ब्राउन राइस, क्विनोआ, बाजरा जैसे फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। एक शोध के अनुसार, इन चीजों में मौजूद पोषक तत्व ग्लाइसेमिक स्तर सुधारकर सूजन कम करने और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे का जोखिम कम करते हैं।
स्टीम्ड फूड
आज कल लोग ऑयली फूड्स जैसे पूरियां , पकौड़े का भी सेवन बहुत ज्यादा मात्रा में करते हैं परंतु इसमें मौजूद ट्रांस फैट्स आपके बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकते हैं जिसके कारण आपके दिल में सूजन हो सकती है इसके अलावा हार्ट अटैक का जोखिम भी बढ़ सकता है। इसलिए कोई भी खाद्य पदार्थ तलने की जगह आप उसे स्टीम्ड या फिर ग्रील करके खाएं। इसके अलावा साबुत अनाज का आटा, सब्जियां, जड़ी बूटियां या फिर एयर फ्राइड स्नैक्स आप खा सकते हैं। यह भी आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे रहेंगे।
गेंहू की रोटी
ब्रेड से आजकल कई तरह की स्वादिष्ट डिशेज तैयार की जाती हैं खासकर वीकेंड्स पर सैंडविच, टोस्ट और अन्य तरह के स्नैक्स बनाए जाते हैं परंतु ब्रेड को बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला मैदा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसमें फाइबर कम मात्रा में पाया जाता है जो ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा सकता है। शोध के अनुसार, ब्रेड की जगह आप गेंहू की रोटी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इससे टाइप 2 डायबिटीज और हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम कम होगा।
बाजरा
बेड, पेस्ट्री, स्नैक्स जैसे भारतीय खाद्य पदार्थों में रिफाइंड का आटा और मैदा इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इनका सेवन करने से इंसुलिन बढ़ सकता है। इसके अलावा शरीर में सूजन और मोटापे जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। ऐसे में आप गेंहू का आटा, बाजरा, जई जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनमें फाइबर, प्रोटीन और विटामिन काफी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं। इसका सेवन करने से पाचन स्वस्थ, वजन कम और हार्ट हैल्थ अच्छी रखने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा एक शोध के अनुसार, मैदे की जगह आप साबुत गेंहू के आटे का सेवन कर सकते हैं। इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी कम होगा।
कम मीठे वाली चीजें
एक कप चाय के साथ हर कोई अपने दिन की शुरुआत करता है परंतु इनमें मौजूद कैलोरी, ज्यादा चीनी डायबिटीज और दांत खराब होने का कारण बन सकती है। ऐसे में इन पेय पदार्थों की जगह आप बिना हर्बल चीनी वाली चाय, नारियल पानी, छाछ और ताजे नींबू का रस जिसमें कैलोरी कम होती है इन्हें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। नारियल पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करते हैं। एक शोध के अनुसार, यदि आप बिना चीनी के पदार्थों का सेवन करते हैं तो इससे मोटापा नियंत्रत रहेगा और मेटाबॉल्जिम का स्तर भी सुधारने में मदद मिलती है।